चुनावी रंग में दिखे अखिलेश, वोट के लिए तोड़ दिए प्रोटोकॉल !
लखनऊ। चिलचिलाती धूप में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बुंदेलखंड का दौरा कर यह संकेत दे दिया कि अब चुनाव में वोट मांगने की भूमिका बनानी ही होगी। मंगलवार को अखिलेश ने बुंदेलखंड के जिलों को कई सौगातें देकर खूब तालियां बजवाई और जिंदाबाद के नारे लगवाए। सुरक्षा की परवाह किए बगैर जनता के बीच आम आदमी तक पहुंचकर सीधे मुख्यमंत्री बात कर रहे हैं।
बताया जाता है कि कई जगह लोगों से मुख्यमंत्री ने यहां तक कह दिया कि चिंता न करिए फिर हमारी सरकार ही बनेगी। बचे काम भी पूरा करवा दूंगा। एक स्थान पर भीड़ में से किसी एक ने कह दिया साहब कम दिन बचे हैं, साहब का तब तक यह सब वादा पूरा होइ जाए, मुख्यमंत्री मुस्कुराते हुए कहते हैं कि इस बार आपलोग 300 सीटे तो समाजवादी पार्टी को देने को तैयार हैं। सो कोई काम अधूरा नहीं बचेगा। प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने के बाद ही सपा सरकार चुप बैठेगी।
जहां पूरा बुंदेलखंड सूखे की मार से त्राहि त्राहि कर रहा है, वहीं मुख्यमंत्री अपने इस दौरे में ललितपुर वासियों सहित बुंदेलखंड के करीब आधा दर्जन जिलों के लिए एक एक्सप्रेस वे बनवाने का वादा कर आए। यह पहला मौका है जब मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पूरी तरह चुनावी रंग में दौरा करते नजर आए। मुख्यमंत्री अपने इस दौरे में जहां आम लोगों से सीधे बात करके समस्याओं को समझने की कोशिश कर रहे हैं। क्योंकि अगर मुख्यमंत्री की कार्यशैली को देखें तो अखिलेश यादव अब ठीक उसी तरह जनता से मिलने लगे हैं, जैसे वर्ष 2011 में सपा प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद अखिलेश यादव जनता के बीच रैली कर रहे थे।
मुख्यमंत्री अपने दौरे में जहां हर आदमी को हाथ हिलाकर अभिभावदन करने से नहीं चूक रहे हैं, वहीं उनकी तरफ बढ़ने वाली भीड़ से सुरक्षा घेरा तोड़ मिलने में उन्हे कोई गुरेज नहीं हो रहा है। अखिलेश सभी से मिलने और सभी सुनने में आड़े आने वाले अफसरों को वे घुडंकी भी दे रहे हैं। इस दौरे में मुख्यमंत्री का काफिला जहां कई जगह रुक रहा है। वहीं सड़क के आस पास खड़ी भीड़ देख मुख्यमंत्री अपना काफिला रुकवाकर उसमें से कुछ लोगों से बात करते हुए चल रहे हैं।
मुख्यमंत्री अपने इस दौरे में अपनी ड्रीम योजनाएं समाजवादी पेंशन, लैपटॉप, अनाज मिलने की बात जरूर पूछ रहे हैं। इसके अलावा गांवों में काम होने की बात भी पूछते हैं। जहां कोई भी ग्रामीण किसी योजना पर संशय वाली बात करता है। मुख्यमंत्री तुरंत अपने अफसरों को कार्रवाई व जांच करवाकर रिपोर्ट देने की बात कह रहे हैं। मुख्यमंत्री के बदले तेवर से अफसरों में खलबली मच गई है। जिलों में बतौर मुख्यमंत्री एक अफसर की तरह दौरा कर एक एक योजना की नब्ज टटोल अपने अफसरों की टीम को हिदायद देते हुए आगे बढ़ रहे हैं।