चार्टर्ड आकउंटेंसी के कोर्स में किए गए हैं बड़े बदलाव

चार्टर्ड अकाउंटेंसी कोर्सअब चार्टर्ड अकाउंटेंसी कोर्स में आने वाले स्टूडेंट्स को इंटरनेशनल स्टैंडर्ड का सिलेबस पढ़ना होगा। स्टूडेंट्स के लिए यह कड़ी चुनौती बन गया है। कई सालों बाद इंस्टिट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंसी (आईसीएआई) ने अपने कोर्स स्ट्रक्चर में बड़े बदलाव किए हैं। चार्टर्ड अकाउंटेंसी कोर्स के लिए इंस्टिट्यूट अब पैशन की तलाश में है, इसी वजह से उसने फैसला लिया है कि अब स्टूडेंट्स पूरा सोच-समझकर 12वीं में ही इसके लिए खुद रजिस्टर कर सकेंगे, ना कि फौरन 10वीं के बाद। इसके अलावा इंस्टिट्यूट अब प्रैक्टिकल ट्रेनिंग को और एक्सप्लोर करेगा ताकि स्टूडेंट्स हर लेवल पर अपनी प्रैक्टिस के लिए फिट रहें। आईसीएसी के प्रेजिडेंट डॉ देवराज रेड्डी ने बताया कि कैरिकुलम कॉर्पोरेट अफेयर्स मिनिस्ट्री में पास होने के लिए भेज दिया है।

12वीं में करवाना होगा रजिस्ट्रेशन

चार्टर्ड अकाउंटेंसी कोर्स के लिए अब 12वीं क्लास में जाकर ही रजिस्ट्रेशन हो सकेगा। डॉ देवराज रेड्डी कहते हैं कि अमूमन स्टूडेंट्स, पैरंट्स के दबाव में या फिर कोचिंग इंस्टिट्यूट का ऐड देखकर सीए की तैयारी करने लगते हैं। ऐसे में क्वॉलिटी के मद्देनजर हम चाहते हैं कि स्टूडेंट्स पैशन की वजह से आएं, देखादेखी या दबाव में नहीं। आमतौर पर क्लास 12 में पहुंचकर स्टूडेंट को फील्ड की दिलचस्पी का अंदाजा हो जाता है, इसलिए यह फैसला लिया गया है।

अब होगा पेपर कुछ टफ

चार्टर्ड अकाउंटेंसी कोर्स के नए सिलेबस के हिसाब से एंट्री लेवल एग्जाम में अब सब्जेक्टिव प्रश्नों के जवाब भी देने होंगे। इस हिसाब से कहा जा सकता है कि पेपर कुछ टफ होंगे। इंस्टिट्यूट का मानना है कि इससे क्वॉलिटी स्टूडेंट को चुनने में आसानी होगी। साथ ही, यह स्टूडेंट्स के लिए मददगार होगा। इससे वे ज्यादा गहराई से पढ़ाई कर सकेंगे और सीए बनकर वे बतौर एक्सपर्ट बेहतर काम कर सकेंगे। अभी स्टूडेंट्स को मल्टिपल च्वाइस के प्रश्नों के जवाब देने होते हैं। रेड्डी के मुताबिक ऐकडेमिक, टेक्नोलॉजी और इकोनॉमिक लेवल पर जो इंटरनेशनल लेवल पर तरक्कियां हो रही हैं, उन सबको ध्यान में रखते हुए कई टॉपिक्स रखे गए हैं।

फाउंडेशन लेवल पर दो पेपर होंगे शामिल

नए कोर्स स्ट्रक्चर के हिसाब से फाउंडेशन लेवल पर दो नए पेपर शामिल होंगे। ‘बिजनेस कॉरसपॉन्डेंस ऐंड रिपोर्टिंग’ और ‘बिजनेस ऐंड कमर्शियल नॉलेज’। इन दो पेपर्स की मदद से स्टूडेंट्स को नेशनल और इंटरनेशनल बिजनेस के विभिन्न पहलुओं की जानकारी दी जाएगी। वहीं, इंटरमीडिएट लेवल पर ‘इकोनॉमिक्स फॉर फाइनैंस’ जोड़ा जाएगा।

फाइनल लेवल पर होंगे 7 से 8 इलेक्टिव पेपर्स

स्पेशलाइजेशन का ध्यान रखते हुए इंस्टिट्यूट ने कोर्स के फाइनल लेवल पर 7 से 8 इलेक्टिव पेपर्स शामिल करने का फैसला लिया है। ये केस स्टडीज पर बेस्ड होंगे और अब तक के प्लान के हिसाब से इसके लिए ओपेन बुक एग्जाम रखा जाएगा। ये इलेक्टिव्स हैं- रिस्क मैनेजमेंट, इंटरनेशनल रिपोर्टिंग स्टैंडर्ड्स, इकोनॉमिक लॉज, फाइनैंशियल सर्विसेज ऐंड कैपिटल मार्केट्स, मल्टी डिसिप्लिनरी केस।

आईटी पेपर

‘इंफॉर्मेशन सिस्टम कंट्रोल ऐंड ऑडिट’ पेपर अब इंफॉर्मेशन सिस्टम रिस्क मैनेजमेंट ऐंड ऑडिट के नाम पर होगा। ये इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी और सॉफ्ट स्किल्स पर अडवांस इंटिग्रेटिड कोर्स का ही हिस्सा होगा। टेक्नोलॉजी पर फोकस करते हुए आईटी पेपर का यह स्पेशल फीचर होगा, ताकि स्टूडेंट्स नई टेक्नोलॉजी के हिसाब से हर तरह के फाइनैंशियल क्राइम को ट्रैक करने के लिए और अकाउंटिंग और ऑडिट के हर प्रैक्टिकल एवं टेक्निकल लेवल को समझने के लिए तैयार रहें।

प्रैक्टिकल ट्रेनिंग पर होगा जोर

कैरिकुलम में प्रैक्टिकल ट्रेनिंग पर काफी जोर रहेगा। आईटी फर्म, बैंकिंग ऑडिट समेत अलग-अलग फील्ड के अनुभव के लिए प्रैक्टिकल ट्रेनिंग का खास कैरिकुलम तैयार किया गया है।

फाउंडेशन कोर्स रूट

इस रूट में फाउंडेशन एग्जाम क्वॉलिफाई करने के बाद इंटरमीडिए कोर्स के लिए रजिस्टर कर एक ग्रुप या दोनों ग्रुप पास करने होंगे। इसके बाद इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी और ऑफ स्किल्स में इंटिग्रेटिड कोर्स पूरा कर प्रैक्टिकल ट्रेनिंग के लिए रजिस्टर करना होगा। फिर दोनों ग्रुप को क्वॉलिफाई करने के बाद फाइनल कोर्स के लिए रजिस्टर करना होगा। इसके बाद प्रैक्टिकल ट्रेनिंग लेकर स्टूडेंट सीए का मेंबर बनेगा।

डायरेक्ट एंट्री का रूट

यह रूट कॉमर्स ग्रैजुएट/पोस्ट ग्रैजुएट के लिए है। इन स्टूडेंट्स के लिए बीओएएस इंटरमीडिएट कोर्स, फिर आईसीआईटीएसएस और फिर प्रैक्टिकल ट्रेनिंग होगी। इस दौरान स्टूडेंट इंटरमीडिएट एग्जामिनेशन क्वॉलिफाई कर सकता है। इसके बाद फाइनल कोर्स के लिए रजिस्टर किया जा सकता है। चार हफ्ते के अडवांस्ड आईसीआईटीएसएस पूरा करने के बाद फाइनल एग्जाम, प्रैक्टिकल ट्रनिंग पूरी करने के बाद सीए का मेंबर बन जाएगा।

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