
बदलते खान-पान और भाग दौड़ भरी इस जिन्दगी में ज्यादातर महिलाएं खुद का ध्यान रखने में काफी पीछे होती जा रही हैं। इसका असर जहां उनकी नीजि जिन्दगी पर पड़ता है। वहीं उनसे जुड़े लोगों पर भी इसका गहरा असर पड़ता है। स्वास्थ्य के प्रति दिखाई जानी वाली महिलाओं की लापरवाही की आदत उन्हें कई घातक बीमारियों का शिकार बना देती है। इन्हीं बीमारियों में से सबसे टॉप पर मानी जाने वाली बीमारी है ब्रेस्ट कैंसर। आंकड़ों पर ध्यान दें तो करीब 82 लाख महिलाएं साल में इस बीमारी के चलते जिन्दगी से हाथ धो बैठती हैं। इस समस्या से निजात दिलाने के लिए एक 18 साल के किशोर ने चमत्कारी ब्रा का निर्माण किया है।
चमत्कारी ब्रा
ऐसी ही एक मां की इस बीमारी से हुई मौत ने एक युवा मैक्सिकन लड़के को झकझोर कर रख दिया। यह लड़का उस वक्त करीब 13 साल की उम्र का था।
मां की मौत के बाद इस बच्चे ने कसम खाई की वह इस बीमारी से अब और किसी अन्य महिला को मरने नहीं देगा।
बता दें इस बीमारी का इलाज है, लेकिन यदि वक्त रहते ही बीमारी को वक्त रहते पता कर सही समय से इलाज करा लिया जाए।
यहीं से शुरू होती है ब्रेस्ट कैसर के खिलाफ इस किशोर की एक जंग, जिसमें आखिरकार उसने न केवल सफलता पाई। बल्कि उसे इस सराहनीय कार्य के लिए सम्मानित भी किया गया।
ख़बरों के मुताबिक़ 13 साल का जूलियन रिओस कैनटू, जो मौजूदा समय में 18 साल का एक युवा है। उसने अपने तीन साथियों के साथ मिलकर एक चमत्कारी ‘ब्रा’ का निर्माण किया।
इस चमत्कारी ‘ब्रा’ को तकनीक और विज्ञान के मेलजोल से तैयार किया गया है। इसे कुछ इस तरह की खूबियों से बनाया गया है कि यह आसनी से महिलाओं के स्तन में आने वाले परिवर्तन और उनमें पैदा होने वाले ट्यूमर्स की गतिविधियों को आसानी से पकड़ लेता है। जो आगे चलकर स्तन कैंसर का भयावह रूप ले लेते हैं।
इसके काम करने की प्रक्रिया पर बात करें तो यह शरीर के तापमान को मापने वाले सेन्सर्स की मदद से स्तन में मजूद ट्यूमर्स का पता लगा लेता है. साथ ही स्तनों की स्थिति और साइज से जुडी सभी जानकारी जो किसी संदेह या समस्या की ओर इशारा करती है उसका पता लगाकर मोबाइल ऐप के जरिए आपके स्मार्टफोन पर दर्शाता है.
इस ‘ब्रा’ को Higia Technologies कंपनी के अंतर्गत बनाया गया है। कंपनी ने दावा किया है कि यह डिवाइस ब्रेस्ट कैसर की प्रोटोटाइप स्टेज में ही बीमारी की पहचान करने में सक्षम है।
इसे बनाने वाले युवा को फ्रैंकफर्ट में 27 से 29 अप्रैल तक आयोजित Global Student Entrepreneur Awards (GSEA) में उसकी इस अभूतपूर्व खोज के लिए सम्मानित किया गया। सम्मान राशि के तौर पर युवा को 20 हजार डॉलर की धनराशि प्रदान की गई।
वहीं Anna Perman from Cancer Research UK के मुताबिक़, इस डिवाइस को लेकर अभी इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है कि यह वाकई में किए गए दावो के मुताबिक़ काम करती है। हां, उन्होंने इस युवा के ब्रेस्ट कैसर को डिटेक्ट करने के लिए किए गए प्रयास को सराहा जरूर है।
यूके रिसर्च का कहना है कि इस डिवाइस को अभी सभी मानकों पर तौले जाने की जरूरत है। ट्राइल के बाद और सभी पहलुओं पर इस डिवाइस को जांचने के बाद ही इसके विषय में कुछ कहा जा सकता है।