
रिपोर्ट – विशाल सिंह
गोंडा : चुनाव के बाद एक बार फिर से राम मंदिर का मुद्दा गर्माने लगा है और इस बार राम मंदिर के मुद्दे को हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने उठाया है |
यूपी के गोंडा में हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने अपने खून से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अयोध्या के जिलाधिकारी को पत्र लिखकर मांग की है कि रामलला को जब तक मंदिर नहीं मिल पा रहा है तब तक प्रधानमंत्री आवास ही दिला दिया जाये |
लाखों – करोड़ों गरीबों को जहां आवास दिलाकर उन्हें छत मुहैया कराई गई है | वहां आज भी रामलला टेंट में रहने को मजबूर हैं |
आपको बता दें कि अभी भी हिंदू युवा वाहिनी के संरक्षक उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं | ऐसे में हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं द्वारा लिखा गया यह पत्र बड़ा सवाल खड़ा करता है |
जिन्होंने खून से पत्र लिखा है वो वही हिन्दू युवा वाहिनी के कार्यकता सोनू ठाकुर हैं जो यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर योगी चालीसा लिखकर सुर्खियों में आए थे |
कैदियों के द्वारा बनाये गए सामान बेचने के लिए प्रदेश भर में लगाए गए आउटलेट!
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम जो खत आप देख रहे हैं यह कोई रंग से लिखा हुआ खत नहीं बल्कि हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं की बूंद बूंद के रक्त से लिखा गया खत है |
जिस तरीके से मोदी जी ने लाखों – करोड़ों बेसहारा को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास दिया है उसी के तहत भगवान राम को भी एक आवास दिया जाए |
इन्हीं मांगों को लेकर हिन्दू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने खून से खत लिखा है | वाहिनी के कार्यकर्ता सोनू ठाकुर का कहना है इतनी चिलचिलाती धूप और कड़ाके की ठंड में भगवान श्री राम एक तंबू में विराजमान रहते हैं |
मंदिर बनेगा | लेकिन कब बनेगा ? कब उनको प्रधानमंत्री आवास के तहत एक छत मुहैया कराई जाएगी ? जिससे सकुशल भगवान श्री राम विराजमान हो सकें |