
अमरोहा। उत्तर प्रदेश के अमरोहा में एक नेता की पिटाई का वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा है। लोग इस वीडियों में पीटे जाने वाले शख्स को कैबिनेट मंत्री कमाल अख्तर का नाम दे रहे हैं। इस मामले में वीडियो वायरल करने का आरोप में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रांत प्रमुख विपिन कुमार का नाम सामने आया है। फिलहाल पुलिस ने अभी मामले में विपिन कुमार के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज नहीं की है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच करने के बाद ही वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
कैबिनेट मंत्री कमाल अख्तर
हसनपुर क्षेत्र के एक व्हाट्सएप ग्रुप में शुक्रवार देर रात एक वीडियो वायरल हुआ था। वीडियो में खाद्य एवं रसद कैबिनेट मंत्री कमाल अख्तर जैसे किसी नेता पर पुलिस लाठी भांज रही थी।
पिटाई का वीडियो वायरल होने की खबर अखबार में छपने के बाद कैबिनेट मंत्री के समर्थक नाराज हो गए थे।
उनका कहना था कि, राजनीतिक छवि बिगाड़ने के लिए यह साजिश की गई है। मानहानि करने के मकसद से ऐसा किया गया है।
इसी को लेकर शनिवार शाम को समाजवादी पार्टी युवजन सभा के जिलाध्यक्ष फैसल अल्वी ने कोतवाली पुलिस को तहरीर दी।
तहरीर में फैसल अल्वी ने कहा है कि गजरौला के फाजलपुर निवासी विपिन कुमार ने कैबिनेट मंत्री की मानहानि की है।
उन्होंने कहा कि पिटाई के वीडियो से कैबिनेट मंत्री कमाल अख्तर का कोई संबंध नहीं है। वीडियो फर्जी है।
कोतवाली निरीक्षक अनिल समानिया ने बताया कि मामले में तहरीर प्राप्त हुई है। जांच कराई जा रही है। दोषी के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। किसी को नहीं बख्शा जाएगा।
वहीं आरोपी विपिन सागर ने वीडियो को आगे शेयर करने बात को स्वीकारते हुए कहा कि मुझसे पहले इस वीडियो को सपा के कई लोगों ने इस वीडियो को शेयर किया था।
यदि उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई तो भला मैं दोषी कैसे हो सकता हूँ। विपिन का कहना है की उन्होंने किसी के मान सम्मान को कोई ठेस नहीं पहुंचाई है।