केरल में हर रोज हो रहा है ‘द्रौपदी’ का वस्त्र हरण
तिरुवनंतपुरम। कांग्रेस ने शुक्रवार को केरल सरकार और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) पर दो साल पहले त्रिशूर में एक महिला से दुष्कर्म किए जाने के मामले के आरोपियों को बचाने का आरोप लगाया।
साल 2014 का यह मामला गुरुवार को सार्वजनिक हो गया जब पीड़ित ने अपने पति तथा दो महिला सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ यहां मीडिया के सामने अपना भयावह अनुभव बताया।
त्रिशूर की 34 वर्षीय पीड़ित का आरोप है कि उसके साथ माकपा के पार्षद पी. एन. जयनाथन, उसके भाई और दो अन्य लोगों ने दुष्कर्म किया।
कांग्रेस के विधायक अनिल अक्कारा ने विधानसभा में कहा कि अपनी स्थापना की 60वीं सालगिरह मना रहे केरल का सिर दुष्कर्म और महिलाओं से दुर्व्यवहार के कई मामलों की वजह से शर्म से झुक गया है।
उन्होंने कहा, “समय की मांग राजनीति को किनारे रखकर मामले को सुलझाने की है।”
अक्कारा ने कहा, ” गंभीर बात है कि पीड़ित ने इस साल अगस्त में मुख्यमंत्री पिनारई विजयन को एक पंजीकृत पत्र में शिकायत की और कोई नहीं जानता कि इसका क्या हुआ और इस पर क्या कार्रवाई की गई।”
अक्कारा ने कहा कि माकपा सरकार आरोपियों को संरक्षण दे रही है। इनमें से एक विधानसभा परिसर में मंत्रियों से मिलते देखा गया था।
राज्य के कानून मंत्री ए.के. बालन ने कहा कि सरकार आरोपियों को कानून के सम्मुख पेश करने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा, “एक नए जांच दल की नियुक्ति की गई है और इसमें न राजनीति और न ही पार्टी से जुड़ाव कोई काम आएगा। विपक्ष को भी इसमें सहयोग करना चाहिए और सभी जानकारियां सरकार को देनी चाहिए। ”
विपक्षी नेता रमेश चेन्नीथला ने कहा कि केरल में अब महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ गए हैं।
उन्होंने कहा, “हर रोज केरल में एक ‘द्रौपदी’ का वस्त्र हरण किया जा रहा है।” उन्होंने कहा कि यह सही है कि घटना 2014 में उस वक्त हुई थी जब कांग्रेसनीत सरकार थी। लेकिन, मामले की पहली शिकायत 2016 में सामने आई है जब वाममोर्चा सत्ता में है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच महिला अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक से करानी चाहिए थी। लेकिन, इसे एक ऐसे अधिकारी को सौंपा गया है जो पहले भी जांच दल का सदस्य रह चुका है।
इसके बाद चेन्नीथला के नेतृत्व में विपक्षी सदस्य सदन से बहिर्गमन कर गए।