इस वायरस का शिकार हुईं 180 कंपनियां

ऑनलाइन उगाहीनई दिल्ली| साल के पहले छह महीनों में अभी तक 180 से ज्यादा भारतीय कंपनियां ऑनलाइन उगाही या ‘रैंसमवेयर’ वायरस का शिकार बनी है। एक रिपोर्ट में मंगलवार को यह जानकारी दी गई। रैंसमवेयर को बिजनेस ईमेल समझौता (बीइसी) भी कहा जाता है। दुनिया में इससे कंपनियों को सालाना 3 अरब डॉलर का नुकसान होता है। हालांकि भारत में नुकसान के आंकड़े फिलहाल उपलब्ध नहीं है।

ऑनलाइन उगाही

बीइसी को किसी कंपनी के सॉफ्टवेयर या बिजनेस ईमेल को हैक कर लिया जाता है और उसका एक्सेस वापस देने के बदले उगाही की जाती है और अनजान खातों में पैसे हस्तांतरित करने को कहा जाता है।

सुरक्षा सॉफ्टवेयर और समाधान उपलब्ध करानेवाली वैश्विक कंपनी ट्रेंड माइक्रो के मुताबिक, 2016 में वायरस हमले कर सबसे ज्यादा ऑनलाइन उगाही की घटनाएं हुईं।

ट्रेंड माइक्रो मुख्य साइबर सुरक्षा अधिकारी एड काबरेरा ने एक बयान जारी कर बताया, “हालांकि यह हमारे लिए दुर्भाग्य की बात है, साइबर अपराधियों हमेशा अलग-अलग तरीके से हमला करते हैं, उसके बाद ही हम उसका समाधान ढूंढते हैं।”

उन्होंने आगे कहा, “इसलिए व्यवसायों को इसके प्रति पहले से मुस्तैद रहना चाहिए। इसके लिए नवीनतम सुरक्षा समाधान अपनाना चाहिए और हर तरीके से जोखिम कम करने के लिए अपने कर्मचारियों को भी इस खतरे के प्रति शिक्षित करना चाहिए।”

साल के पहले छह महीने में इस तरह के कुल 79 नए वायरसों की पहचान की गई है, जो साल 2015 में पाए गए वायरसों की कुल संख्या से अधिक है।

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