इंडोनेशिया का मंदिर शिव की भक्ति का प्रतीक है
एजेंसी/ भगवान शिव इस सृष्टि के कण – कण में हैं। भगवान शिव की आराधना बेहद आसान है। भगवान शिव श्रद्धालुओं के भावों से ही प्रसन्न हो जाते हैं इसके अलावा भगवान को एक कलश में जल चढ़ा दें या फिर केवल बिल्वपत्र भगवान प्रसन्न हो जाते हैं। भगवान शिव के यूं तो इस धरती पर कई मंदिर हैं मगर इंडोनेशिया में प्रतिष्ठापित एक मंदिर बेहद ही लोकप्रिय है। यह शिव मंदिर अपनी भव्यता और शिवलिंग की जागृति के कारण लोकप्रिय तो है ही साथ ही यहां की सुंदरता भी निराली है।
भगवान का यह मंदिर 10 वीं शताब्दी का बताया जाता है। मंदिर को प्रम्बानन मंदिर के नाम से जाना जाता है। इस मंदिर में भगवान शिव के साथ उनकी शक्ति माता दुर्गा के रूप में विराजमान हैं। अर्थात् इस मंदिर में शिव और शक्ति के दर्शन हो जाते हैं। इस मंदिर में श्री शिव जी के सोमवार, शिवरात्रि, श्रावण मास पर विशेष दर्शन होते हैं। यही नहीं सोमवार को शिवलिंग का आकर्षक श्रृंगार किया जाता है। श्रद्धालु शिवजी की आराधना में डूबे रहते हैं।
यहां आकर लोगों को परम शांति का अनुभव होता है। इस मंदिर में भगवान ब्रह्मा और विष्णु जी के भी मंदिर हैं। यह मंदिर बेहद सुंदर और ऊंचा है। इन तीनों ही देवताओं के वाहन भी इनके मंदिरों के सामने प्रतिष्ठापित हैं। शिव मंदिर में शिवजी की मूर्ति भी है। यहां ऋषि अगस्त्य की मूर्ति भी है श्री अगस्त्य शिव जी के शिष्य थे। यहां भगवान श्री गणेश और माता पार्वती की मूर्ति भी है। यहां पर रामायण के भित्ति चित्र भी बने हुए हैं।