लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के बीच मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ने के संकल्प से भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की नींद उड़ गई है। उन्हें अपनी कुर्सी जाते हुए दिख रही है। इससे अवसाद में आए भाजपाई बौखलाहट में होशोहवाश खो बैठे हैं। उनकी भाषा पर लगाम नहीं है। उनका अमर्यादित भाषा उवाच जारी है।
भाजपा के बड़े से लेकर छोटे नेता तक समाजवादी पार्टी और बसपा के विरूद्ध स्तरहीन आरोप लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
अखिलेश ने अपने बयान में कहा कि लोकतंत्र में लोकलाज की परवाह भी अब भाजपा को नहीं रह गई है। लोकसभा चुनाव सिर पर हैं किन्तु भाजपा का आचरण सुधरने का नाम नहीं ले रहा है।
घबराहट और बौखलाहट में वे अनर्गल बयानबाजी और घटिया विरोध की राजनीति पर उतर आए हैं। भाषा और आचरण की यह गिरावट किसी भी तरह लोकतंत्र में वांछनीय नहीं है। भाजपा चाहे स्तरहीन व्यवहार क्यों न करे, समाजवादी पार्टी अपना स्तर नहीं गिरायेगी। समाजवादी पार्टी की भाषा और व्यवहार लोकतांत्रिक मान्यताओं की परिधि में ही रहेगा।
थाईलैंड में भारतीय चला रहा शादी रैकेट, 27 महिलाओं संग गिरफ्तार
अखिलेश ने कहा कि सच तो यह है कि मुद्दाविहीन राजनीति से किसी का भी भला नहीं होने वाला है। भाजपा की सिद्धांतहीनता की हद हो गई है कि पौने पांच वर्ष में धोखे के सिवाय लोगों को कुछ नहीं मिला है। भाजपा की केन्द्र सरकार ने जनहित में कोई एक भी काम नहीं किया है। किसानों की हालत बहुत खराब है। भाजपा ने संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर किया है। नौजवानों के भविष्य को भाजपा सरकार ने अंधेरे में पहुंचा दिया है।