सिंहस्थ कुंभ का दूसरा शाही स्नान सोमवार को

उज्जैन। मध्य प्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ कुंभ का दूसरा शाही स्नान सोमवार नौ मई को है। शाही स्नान के लिए अखाड़ों का समय तय कर दिया गया है। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है। अक्षय तृतीया के कारण श्रद्घालुओं की भीड़ उमड़ने की संभावना है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, दूसरा शाही स्नान प्रात: चार बजे से शैव अखाड़ों के नागा संन्यासियों के स्नान से प्रारंभ होगा। दत्त अखाड़ा घाट एवं रामघाट पर सुबह चार बजे से दोपहर 12.40 बजे तक निर्धारित क्रमानुसार विभिन्न अखाड़ों के साधु, संत स्नान करेंगे।

दूसरा शाही स्नान

दूसरा शाही स्नान

पुलिस महानिरीक्षक मधु कुमार ने कहा, “स्नान के दौरान अखाड़ों के आगे-पीछे, दाएं-बाएं, घाटों पर पर्याप्त संख्या में पुलिस और अर्धसैनिक बल के जवान तैनात रहेंगे। भीड़ प्रबंधन और यातायात व्यवस्था भी सुनियोजित होगी। शाही स्नान के लिए जुलूस मार्ग की धुलाई, चूने की लाइनिंग, मार्ग पर पानी का छिड़काव एवं घाटों पर स्नान के लिए पहुंचे साधु-संतों का परम्परागत तरीके से स्वागत एवं सत्कार किया जाएगा।”

मधु कुमार ने कहा, “दूसरा शाही स्नान के लिए तय क्रम के मुताबिक, शैव अखाड़ों के स्नान की शुरुआत श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा से होगी। दत्त अखाड़ा घाट पर यह अखाड़ा सुबह चार बजे पहुंचेगा। इसी घाट पर श्री तपोनिधि निरंजनी अखाड़ा एवं श्री पंचायती आनंद अखाड़ा पांच बजे स्नान करेंगे। श्री पंचायती महानिर्वाणी अखाड़ा एवं पंच अटल अखाड़ा छह बजे दत्त अखाड़ा घाट पहुंचकर स्नान करेगा।”

कुमार ने कहा, “वैष्णव अखाड़ों में श्री निर्वाणी अणि अखाड़ा रामघाट पर सुबह सात बजे स्नान करेगा। श्री दिगम्बर अणि अखाड़ा सुबह आठ बजे, श्री निर्मोही अणि अखाड़ा नौ बजे, श्री पंचायती बड़ा उदासीन अखाड़ा और श्री पंचायती नया उदासीन अखाड़ा साढ़े 10 बजे स्नान करेगा। इसके अलावा श्री निर्मल अखाड़ा बडनगर रोड 11.40 बजे रामघाट पहुंचकर स्नान करेगा।”

गौरतलब है कि पहले शाही स्नान के दौरान तमाम अखाड़ों के महामंडलेश्वर और साधु-संतों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ा था, इस पर अखाड़ों ने विरोध भी दर्ज कराया था।

कुमार ने कहा कि दूसरा शाही स्नान के लिए तय किया गया है कि सभी महामण्डलेश्वर एवं खालसे जुलूस में शामिल अपने-अपने अखाड़ों के साथ ही स्नान करेंगे। अलग से कोई भी स्नान नहीं करेंगे। वाहन चालक अपने वाहन पर ही रहेंगे ताकि स्नान करने के बाद महामण्डलेश्वर एवं अन्य संत शीघ्रता से रवाना हो सकें। अनधिकृत वाहन जुलूस में शामिल नहीं हो सकेंगे।

उन्होंने कहा कि जुलूस में शामिल होने वाले सभी साधु-संत एवं भक्तों को अखाड़ों की ओर से कोई गमच्छा या परिचय-पत्र दिया जाएगा, ताकि सुनिश्चित हो सके कि जुलूस में संबंधित अखाड़े के साधु-संत और भक्त ही शामिल हैं। अखाड़ों के लिए निर्धारित समय के दौरान रामघाट व दत्त अखाड़ा घाट पर आम श्रद्घालुओं का स्नान प्रतिबंधित रहेगा।

LIVE TV