एक बार फिर मौका देख कांग्रेस को आई किसानों की याद।

रिपोर्ट- अनुराग पाल

रूद्रपुर: देश का किसान आज बदहाली के आंसू बहाने को मजबूर है लेकिन सत्ता में बैठने वाले कोई भी राजनीतिक दल उनकी सुध लेने को तैयार नहीं दिखाई देता। जिसका नतीजा है कि प्रदेश का किसान अपनी लड़ाई लड़ने के लिए सड़कों पर उतर रहा है।

प्रदेश के मुख्यमंत्री रहते कभी काशीपुर की तरफ रुख न करने वाले हरीश रावत जो कि अब नैनीताल लोकसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी हैं|
11 तारीख को होने वाले मतदान से ठीक पूर्व किसानों की याद आई और उन्होंने काशीपुर के किसानों की मांगों को सुनने के लिए अपने प्रतिनिधि के तौर पर देहरादून से पूर्व दर्जा राज्य मंत्री सुशील राठी को भेजा| काशीपुर पहुंचे सुशील राठी को किसानों ने सवालों के रूप में जमकर खरी खरी सुनाई।

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देश का किसान बदहाली पर आंसू बहाने को मजबूर है तो वहीं सत्ता में बैठने वाली सरकार किसानों की तरफ जरा भी ध्यान नहीं देती है।
जिसका नतीजा है प्रदेश का किसान अपने लड़ाई लड़ने के लिए सड़कों पर उतर रहा है। जिसके चलते भारतीय किसान यूनियन के युवा प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र सिंह राणा ने लोकसभा चुनाव में चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों से अपनी मांगों को रखा और जवाब मांगा।

जिसके चलते कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी हरीश रावत के प्रतिनिधि आज काशीपुर पहुंचे और किसानों की समस्याओं का समाधान करने का आश्वासन दिया।

हरीश रावत के प्रतिनिधि के तौर पर काशीपुर पहुंचे सुशील राठी के समक्ष रविंद्र सिंह राणा के नेतृत्व में किसानों ने किसान आयोग के गठन, काशीपुर की बंद पड़ी चीनी मिल के द्वारा गन्ना किसानों का रुका हुआ भुगतान, फसल बीमा के नियमों में संशोधन तथा किसान आयोग के गठन संबंधी आधा दर्जन मांगों को सुशील राठी के समक्ष रखा। इस मौके पर सुशील राठी ने किसानों की समस्याओं को ध्यान से सुना लेकिन कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया।

इस मौके पर उन्होंने इतना भर कहा कि अगर उनकी सरकार आती है और हरीश रावत सांसद बनते हैं तो वह किसानों की सभी समस्याओं का निराकरण करेंगे तथा अगर उनकी सरकार नहीं बनती है तो हर तरह के विरोध प्रदर्शन में वह किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर उनकी लड़ाई लड़ेंगे।

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