इंसान तो इंसान, भगवान को पहुंचा रहे ठंडक

mahakaal_572216397f6d1एजेंसी/ उज्जैन/इंदौर: बारह ज्योर्तिलिंग में से एक श्री महाकालेश्वर ज्योर्तिलिंग पर गलंतिका से जलधारा का अभिषेक किया जा रहा है. दरअसल भीषण गर्मी के मौसम में बाबा श्री महाकालेश्वर को राहत देने के लिए श्री महाकालेश्वर ज्योर्तिलिंग पर 11 गलंतिकाओं से जलधारा प्रवाहित की जा रही है. वैशाख कृष्ण प्रतिपदा के अवसर पर भस्मारती के बाद से ही गलंतिका से बाबा श्री महाकालेश्वर का अभिषेक हो रहा है. इन गलतिंकाओं पर पवित्र नदियों गंगा, सिंधु, कावेरी, शिप्रा, नर्मदा, गोदावरी, सरयू, यमुना, चरणवतिआदि नदियों के नाम लिखे गए हैं।

गलंतिका बांधने के लिए श्री महाकालेश्वर मंदिर के पंडे-पुजारियों ने व्यापक स्तर पर तैयारियां कीं. ये गलंतिकाऐं ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा तक बंधी रहेंगी. हर दिन संध्या पूजन तक ये गलंतिकाऐं बंधी रहेंगी. गलंतिकाओं को भस्मारती के बाद से ही बांधा जाएगा. भगवान श्री महाकालेश्वर को ठंडक प्रदान करने के प्रयास के ही साथ वैष्णव मंदिरों में श्री चंदन यात्रा उत्सव का दौर प्रारंभ हो गया है।

भगवान श्री कृष्ण, और ठाकुरजी के कई मंदिरों में भगवान को चंदन का लेप लगाकर ठंडक प्रदान की जा रही है। यही नहीं भगवान को पुष्टिमार्गीय वैष्णव संप्रदाय द्वारा ठाकुरजी के सामने फव्वारे भी लगाए जाऐंगे। भगवान के आराम के समय मोती के आभूषणों का प्रयोग होगा तो दूसरी ओर भगवान को ठंडक प्रदान करने के लिए शीतल पकवानों का भोग लगाया जाएगा।

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