
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी में स्वाति सिंह के बाद कांग्रेस की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रीता बहुगुणा भी शामिल हो चुकी हैं। इस बीच पुरानी नजदीकियां फिर याद की जा रही हैं। बीते साल से भाजपा औरा कुंडा से सपा समर्थित विधायक राजा भैया के गठजोड़ की खबरें आ रही हैं। ताजा हालात में एक बार फिर यह मुद्दा गर्माने लगा है।
खबर है कि बीते दिनों मोहर्रम का जुलूस और नवरात्र के भण्डारे के मामले में बाहुबली नेता राजा भैया और कुंडा प्रशासन की ठन गई थी। प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए भण्डारा नहीं होने दिया। इसके बजाय जुलूस को निकलने का मौका दिया गया। माना जा रहा है कि प्रशासन की सख्ती के पीछे समाजवादी पार्टी थी। इस बात से ही राजा भैया नाराज हैं।
उधर, कुंडा में राजा और भाजपा के समर्थक एक साथ देखे जा रहा हैं। इसी से अटकलें लगाई जा रही हैं कि राजा भैया अब भगवाधारी हो जाएंगे।
वैसे, अगर राजा भैया को भाजपा से जोड़ा गया तो इसके नतीजे बेहतर हो सकते हैं। प्रतापगढ़ और कुंडा में राजा की ही चलती है। वहां कोई उनके खिलाफ खड़ा होने की हिम्मत नहीं दिखा पाता। लेकिन अगर भाजपा और राजा का गठबंधन हुआ तो इससे पीएम मोदी की क्लीन इमेज पर भी असर पड़ सकता है।