
बीजिंग। पाकिस्तान के बलूचिस्तान में दो चीनी नागरिकों की हत्या बरसों की दोस्ती पर भारी पड़ती नज़र आ रही है। चीन की आवाम पाकिस्तान के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद कर रही है। चीनी सरकार से जनता ने पाकिस्तान को नेस्तनाबूत कर वहां पनाह लिए आरोपियों को सजा देने की मांग की है।
बता दें पाकिस्तान के ब्लूचिस्तान प्रांत में आतंकी संगठन ISIS द्वारा दो चीनी नागरिकों की हत्या कर दी गई थी।
ISIS ने इन दोनों चीनी नागरिकों को बंधक बनाकर रखा हुआ था। ये दोनों चीनी नागरिक पेशे से शिक्षक थे और पाकिस्तान में लोगों की मंडेरिन भाषा सिखाते थे।
इन्हें ISIS आतंकियों ने 24 जून को क्वेटा के जिन्ना टाउन से किडनैप किया था। ये घटना पाकिस्तानी सेना द्वारा उस दावे के तुरंत बाद हुई थी जिसमें पाक आर्मी ने कहा था कि उन्होंने मस्तुंग जिले में ISIS के कई टॉप कमांडरों को मार गिराया है।
जानकारी के मुताबिक ISIS आतंकियों ने चीन के कुछ नागरिकों को अपने कब्जे में कर रखा था। ISIS ने अपनी न्यूज एजेंसी ‘अमाक’ पर अरबी में एक बयान जारी करते हुए कहा था कि इसने अगवा किए दो चीनी नागरिकों की हत्या कर दी है।
उनकी पहचान ली झिंगयांग (24) और मेंग लसी (26) के रूप में हुई थी। वहीं, अपने नागरिकों की हत्या की पुष्टि करते हुए चीन ने कहा कि ये हत्याएं चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा से जुड़ी हुई नहीं हैं।
यह भी कहा गया कि इन खतरों को टाला नहीं जा सकता क्योंकि इसकी ‘बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव’ (बीआरआई) वैश्विक हो गई है।
इस मामले में सोशल मीडिया पर लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं और मारे गए दोनों लोगों को न्याय दिलाने के लिए पाकिस्तान में सेना भेजने की भी मांग कर रहे हैं।
चीन के लोगों का कहना है कि उनकी सरकार को पाकिस्तान पर हमला कर देना चाहिए और उन अपहरणकर्ताओं को उठाकर ले आना चाहिए जिससे मारे गए लोगों को न्याय मिल सके।