नई दिल्ली : भारत की शादियां पूरी विश्व में मशहूर हैं। लेकिन विदेशी अकसर कहते हैं कि भारतीय लोग अपनी शादी में पैसा बहुत खर्च करते हैं। जहां सबका सपना होता है कि उसकी शादी धूम-धाम से हो, उनकी शादी में ज्यादा मेहमान आएं और जमकर नाचें। लेकिन सभी लोग ऐसा कर नहीं पाते हैं। इसकी वजह है पैसों की कमी।
वहीं शादी का खर्च उठाना हर किसी के बस की बात नहीं। ऐसे में हम आज आपको एक ऐसे ट्रेंड के बारे में बताने जा रहे हैं, जिससे आपकी शादी भी अच्छी होगी और आपका खर्च भी पूरा हो जाएगा। इसके माध्यम से आप अपनी ही शादी में मेहमानों के जरिए पैसा कमा सकेंगे।
बता दें की भारत में आजकल एक नया पर्यटन ट्रेंड ‘वेडिंग टूरिज्म’ शुरू हुआ है। इसके जरिए जो विदेशी भारत की शादियों में शामिल होने के इच्छुक होते हैं, वो भारत आते हैं और शादी में शामिल होते हैं।जहां इस सबके लिए वो पैसों का भुगतान करते हैं। यह कॅान्सेप्ट जयपुर, दिल्ली और मुंबई जैसे शहरों में तेजी से वायरल हो रहा है।
दरअसल टूरिस्ट को भारत लाने और उन्हें भारतीय शादी में शामिल करने के लिए ज्वॅाइन मॅाय वेडिंग (JMW) पोर्टल सक्रिय है। इस पोर्टल के जरिए भारतीय जोड़ा अपनी शादी में विदेशियों को आमंत्रित करता है। इस संदर्भ में JMW की को-फाउंडर ने एक अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू के दौरान बताया कि भारतीय शादी से ज्यादा रीति रिवाज कहीं नजर नहीं आते हैं।
लेकिन भारत की शादियों में स्थानीय खाना, स्थानीय लोग, रीति-रिवाज, कपड़े और संगीत जैसी सभी चीजें होती हैं। इसलिए अब इस पर्यटन ट्रेंड के माध्यम से विदेशियों को भारत की शादियों में शामिल होने का मौका मिलेगा।
वहीं ये ट्रेंड भारत में नया नहीं है। दो साल पहले एक विदेशी पर्यटक भारतीय शादी में शामिल हुआ था। तब से अब तक लगभग 100 लोग उनके जरिए भारत की 25 शादियों में शामिल हो चुके हैं। विदेशियों में इसकी डिमांड दिन प्रति दिन बढ़ती ही जा रही है।
‘वेडिंग टूरिज्म’ के तहत वेडिंग अटैंडेंस पैकेज का दाम 150 डॉलर यानी करीब 10,500 रुपये है। ये एक दिन का दाम है। वहीं अगर विदेशी दो दिनों के लिए भारतीय शादी में शामिल होना चाहते हैं, तो इसके लिए उन्हें 250 डॉलर यानी करीब 19,000 रुपये का भुगतान करना होगा। इसमें शादी में शामिल होने के साथ खाने-पीने का मूल्य शामिल हैं।
देखा जाये तो इतना ही नहीं, विदेशियों को शादी की अन्य रस्में जैसे मेंहदी और संगीत में शामिल होने का भी विकल्प दिया गया है। इन रस्मों में भाग लेने के लिए विदेशी को अलग से पैसे देने होंगे।