
देश कोरोना महामारी की मार लगातार झेल रहा है। इस बीच एक और बड़ा संकट भारत पर मंडराता हुआ नजर आ रहा है। जानकारी के लिए आपको बता दें कि बीते दिन देश में आए ताउते चक्रवात के बाद अब चक्रवात यास को लेकर राज्य सरकारों की चिंता ओर भी बढ़ गई है। इसके मद्देनजर बीते दिन यानी सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने समीक्षा बैठक बुलाई थी। इस बैठक में आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्रियों और अंडमान निकोबार द्वीप समूह के उपराज्यपाल शामिल हुए। कोरोना के बीच यह बैठक वर्चुअल तरीके से आयोजित कराई गई थी।

इस बैठक में अमित शाह ने कहा कि गृह मंत्रालय में 24 घंटे सातों दिन चलने वाला एक नियंत्रण कक्ष काम कर रहा है जिसमें कभी भी संपर्क किया जा सकता है। इसे लेकर गृह मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि शाह ने बंगाल की खाड़ी में बन रहे चक्रवात के संभावित असर को देखते हुए कोविड-19 के सभी अस्पतालों, टीका केंद्रों और अन्य जगहों पर पहले से बिजली की वैकल्पिक व्यवस्था कर लेने को कहा है। आपको बता दें कि इस बैठक के बाद सीएम ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर बड़ा आरोप लगाया। उन्होंने दावे के साथ कहा कि अन्य राज्यों को अतिरिक्त सहायता राशि दी जा रही है लेकिन बंगाल के खाते में पर्याप्त सहायता नहीं दी जा रही है।