कांग्रेस का दावा, 2017 में सभी आर्थिक संकेतकों में होगी गिरावट
नई दिल्ली। नोटबंदी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए कांग्रेस ने शनिवार को कहा कि नोटबंदी के ‘विध्वंसक’ फैसले से प्रत्येक आर्थिक संकेतकों में गिरावट देखने को मिलेगी। कांग्रेस नेता व सांसद राजीव गौड़ा ने दावा किया कि मोदी द्वारा दी गई 50 दिन की समय सीमा के बाद भी कुछ नहीं बदला है। उन्होंने कहा कि 500 रुपये तथा 1,000 रुपये के नोटों को अमान्य करार देने के फैसले से भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की छवि ‘धूमिल’ हुई है।
गौड़ा ने कहा, “मोदी निर्मित नोटबंदी की आपदा के 50 दिनों बाद ऐसा कुछ भी नहीं बदला, जो बेहतर हो। मंदी के समय में सरकार अर्थव्यवस्था में जान डालने के लिए बाजार में तरलता बढ़ाती है, लेकिन मोदी ने इसका उल्टा किया और बढ़ रही अर्थव्यवस्था के लिए मुसीबत खड़ी कर दी।”
उन्होंने कहा, “नोटबंदी की इस आपदा के कारण साल 2017 में अर्थव्यवस्था के प्रत्येक संकेतकों में गिरावट देखने को मिलेगी, जो भारत के लिए मायने रखता है। नए रोजगारों का सृजन नहीं होगा तथा कृषि, निर्माण, रियल एस्टेट जैसे क्षेत्रों में गिरावट देखने को मिलेगी, जिनमें भारी संख्या में लोग कार्यरत हैं।”
कांग्रेस नेता ने कहा, “नौकरियों के सृजन के बजाय मोदी ने उन्हें खत्म कर दिया। नोटबंदी के मद्देनजर, बैंकों के नियमों में नियमित तौर पर बदलाव की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा, “हमने हर प्रकार से शासन का मजाक बनते हुए देखा।
गौड़ा ने कहा, “हमने स्वायत्तता, प्रतिष्ठा, अधिकार और मौद्रिक नीति व नकदी प्रबंधन के रूप में आरबीआई संस्थान को तबाह होता देख रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि पार्टी ने एक पुस्तक का लोकार्पण किया है, जिसमें उन सब गलतियों का विस्तृत विवरण है, जो नोटबंदी के क्रियान्वयन के दौरान की गईं।
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, “यह किताब नोटबंदी के नाम पर की गई धोखाधड़ी को बेनकाब करेगी।”