दिल्ली के कुछ हिस्सों में वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’, लगाए जा सकते हैं GRAP 3 प्रतिबंध
अक्टूबर में, राष्ट्रीय राजधानी में GRAP-II लागू हुआ, जिसके तहत कोयले और लकड़ी के साथ-साथ डीजल जनरेटर सेट के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया गया।
दिल्ली और आस-पास के इलाकों में गुरुवार को वायु प्रदूषण के उच्च स्तर पर रहने के कारण धुंध की मोटी परत छाई रही। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, आनंद विहार इलाके में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 473 दर्ज किया गया, जिसे ‘गंभीर’ श्रेणी में रखा गया है। निवासियों ने सड़कों पर कम दृश्यता की शिकायत की है और उन्हें आंखों में जलन, नाक बहना, सांस फूलना और खांसी भी हो रही है। वायु गुणवत्ता की बिगड़ती स्थिति को देखते हुए सरकार ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP)-III लागू करने पर विचार कर रही है।
- आनंद विहार 473
- अशोक विहार 471
- अलीपुर 424
- बवाना 456
- चांदनी चौक 400
- बुराड़ी 354
- मथुरा रोड 399
- द्वारका 457
- आईजीआई एयरपोर्ट 436
- जहांगीरपुरी 470
- आईटीओ: 423
- लोधी रोड 383
- मुंडका 461
- मंदिर रोड 441
- ओखला 441
- पटपड़गंज 472
- पंजाबी बाग 459
- रोहिणी 453
- विवेक विहार 470
- वजीरपुर 467
- नजफगढ़ 460
इस बीच, केंद्र द्वारा जारी एक नई अधिसूचना के अनुसार, कम प्रभाव वाले औद्योगिक संयंत्रों और पूर्व पर्यावरणीय मंज़ूरी वाले संयंत्रों को अब राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्डों से अनुमति लेने की आवश्यकता नहीं होगी। नए नियमों के तहत, 20 या उससे कम के “प्रदूषण सूचकांक स्कोर” वाले औद्योगिक संयंत्रों के साथ-साथ 2006 के पर्यावरण मंत्रालय की अधिसूचना के तहत पूर्व पर्यावरणीय मंज़ूरी वाले संयंत्रों को राज्य-स्तरीय अनुमति की आवश्यकता से छूट दी गई है।
सीपीसीबी के आंकड़ों से पता चला है कि दिल्ली का वार्षिक औसत पीएम10 और पीएम2.5 का स्तर 1 जनवरी से 12 नवंबर के बीच पिछले साल की समान अवधि की तुलना में क्रमशः 5 प्रतिशत और 7 प्रतिशत अधिक था। 1 जनवरी से 12 नवंबर के बीच, राष्ट्रीय राजधानी में 116 दिन ऐसे रहे जब वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) ‘खराब’, ‘बहुत खराब’ या ‘गंभीर’ श्रेणियों में रहा। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों से पता चला कि 201 दिनों का AQI ‘अच्छा’, ‘संतोषजनक’ या ‘मध्यम’ था। इसकी तुलना में, दिल्ली ने पिछले साल 110 ‘खराब’ वायु गुणवत्ता वाले दिन और 206 दिन ऐसे दर्ज किए थे जब वायु गुणवत्ता ‘अच्छी’, ‘संतोषजनक’ और ‘मध्यम’ श्रेणियों में थी।