उमेश की रफ्तार से हारा केरल, फाइनल में विदर्भ
वायनाड। केरल को सेमीफाइनल मैच में पारी और 11 रन से हराकर विदर्भ क्रिकेट टीम ने शुक्रवार को रणजी ट्रॉफी के फाइनल में प्रवेश कर लिया. कृष्णागिरी स्टेडियम में खेले गए मैच में मिली इस जीत से मौजूदा विजेता विदर्भ ने अपने खिताब को बचाए रखने की उम्मीद और मजबूत कर ली है. विदर्भ की इस जीत में उमेश यादव की गेंदबाजी की भूमिका सबसे अहम रही. उन्होंने केरल की दोनों पारियों में कुल 12 विकेट हासिल किए.
टॉस जीतकर विदर्भ ने केरल को पहले बल्लेबाजी का आमंत्रण दिया था. उमेश (7/48) की शानदार गेंदबाजी के दम पर विदर्भ ने केरल की पहली पारी 106 रनों पर ही समेट दी. इस पारी में केरल के लिए विष्णु विनोद ने सबसे अधिक नाबाद 37 रन बनाए. इसके अलावा, टीम का कोई भी बल्लेबाज खास कमाल नहीं कर सका. इस पारी में विदर्भ के लिए उमेश के अलावा, रजनीश गुरबानी ने भी अच्छी गेंदबाजी की और उन्होंने बाकी के तीन विकेट अपने नाम किए.
विदर्भ ने इसके बाद, कप्तान फैज फजल (75) की अर्धशतकीय पारी से पहली पारी में 208 रन का स्कोर खड़ा किया. इसमें वसीम जाफर ने भी 34 रन का योगदान दिया. केरल के लिए संदीप वॉरियर ने पांच विकेट लिए, वहीं बासिल थम्पी को तीन सफलताएं मिलीं. दिनेसन निदेश ने दो विकेट हासिल किए.
विदर्भ को केरल पर पहली पारी में 102 रन की बढ़त मिली. केरल को फाइनल की अपनी उम्मीदें जीवित रखने के लिए दूसरी पारी में बेहतर बल्लेबाजी की जरूरत थी, लेकिन हुआ इसका एकदम उल्टा. पहली पारी में 106 रन बनाने वाली केरल की टीम दूसरी पारी में 100 का स्कोर भी नहीं छू पाई.
विदर्भ ने एक बार फिर उमेश यादव (5/31) की गेंदबाजी का सकारात्मक परिणाम हासिल करते हुए केरल की दूसरी पारी 91 रन पर ही समेट दी. इसके अलावा, इस पारी में यश ठाकुर ने चार विकेट अपने नाम किए. एक बल्लेबाज रन आउट हुआ. विदर्भ ने इस तरह पारी एवं 11 रन से जीत हासिल कर फाइनल में प्रवेश किया.
केरल की ओर से दूसरी पारी में सिर्फ एक बल्लेबाज 20 की रनसंख्या पार कर सका. ओपनर अरुण कार्तिक ने 36 रन बनाए. एस जोसेफ ने 17 और विष्णु विनोद ने 15 रन बनाए. इनके अलावा एक भी बल्लेबाज दोहरी रनसंख्या नहीं छू सका. दूसरा सेमीफाइनल सौराष्ट्र और कर्नाटक के बीच खेला जा रहा है.