
हिंदू पंचांग को वैदिक पंचांग के नाम से भी जाता है। इसमें समय और काल की सटीक गणना की जाती है। पंचांग मुख्यतः पांच अंग तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण से मिलकर बना होता है। यहां शुभ मुहूर्त, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, नक्षत्र, सूर्य और चंद्रमा की स्थिति, हिंदू मास और पक्ष आदि की जानकारी हासिल होती है।

तिथि- पंचमी
नक्षत्र – पूर्वाषाढ़ा
करण  – बावा 
पक्ष -शुक्ल
 
वार- गुरुवार  
योग-  शुला
सूर्योदय- 06:50  
सूर्यास्त- 17:21  
चंद्रमा -धनु राशि में   
राहुकाल –     दोपहर
विक्रमी संवत्-   2077  
शक सम्वत -1941  
मास -कार्तिक  
शुभ मुहूर्त- अभिजीत  
 
 





