पूर्व थाई प्रधानमंत्री के पास नहीं है ब्रिटिश पासपोर्ट

यिंगलुक शिनावात्राबैंकॉक| थाईलैंड की पूर्व प्रधानमंत्री यिंगलुक शिनावात्रा ने ब्रिटिश पासपोर्ट प्राप्त नहीं किया है। विदेश मंत्री डॉन प्रमुदुविनई ने सोमवार को इस बात की जानकारी दी। मंत्री की यह प्रतिक्रिया उन खबरों के बाद आई है जिसमें यह कहा जा रहा था कि यिंगलुक ने ब्रिटेन में शरण मांगी और इसके बाद उन्हें वहां का पासपोर्ट दे दिया गया।

डॉन ने कहा कि ऐसी संभावनाओं को आधिकारिक तौर पर थाई या ब्रिटिश, किसी के भी प्राधिकारियों ने रिपोर्ट नहीं किया है।

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थाईलैंड की मीडिया ने इससे पहले खबर आई थी कि अगस्त में थाईलैंड से अचानक निकलने और गुपचुप तरीके से संयुक्त अरब अमीरात पहुंचने के बाद यिंगलुक ब्रिटेन में राजनीतिक शरण की मांग कर रही हैं।

यिंगलुक कंबोडिया के रास्ते कथित रूप से देश से भाग गई थीं।

सर्वोच्च न्यायालय ने यिंगलुक की अनुपस्थिति में फैसला सुनाया और उन्हें चावल सब्सिडी कार्यक्रम से संबंधित कर्तव्यों में लापरवाही और दुराचार के आरोपों में पांच साल की जेल की सजा सुनाई। इस कार्यक्रम को उनकी पीयूई थाई पार्टी की अगुवाई वाली सरकार ने लागू किया था जिससे कई साल पहले राज्य को करीब 14 अरब डॉलर का नुकसान हुआ था।

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कहा गया था कि यिंगलुक दुबई में अपने भाई और पूर्व थाई प्रधानमंत्री थकसिन शिनावात्रा से मिलने गई थीं। थकसिन लगभग एक दशक से दुबई में आत्म-निर्वासन में हैं।

थकसिन और यिंगलुक को क्रमश: 2006 और 2014 में सेना ने पद से हटा दिया था।

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