अप्रैल महीने में महंगाई ने तोड़े सारे रिकॉर्ड,थोक महंगाई दर 15.08 फीसदी पर पहुँची

( माही )

WPI Inflation April 2022: आम आदमी के लिए लगातार बढ़ती महंगाई एक गंभीर समस्या बनती जा रही हैं। सरकार की तमाम कोशिशें बढ़ती महंगाई को काबू करने में नाकाम साबित हो रही हैं। सरकार की ओर से मंगलवार को जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल में थोक महंगाई दर 15.08 फीसदी के उच्च स्तर पर पहुंच गई। इससे बीते महीने मार्च में यह 14.55 फीसदी पर थी। थोक महंगाई का यह आंकड़ा बीते नौ सालों में सबसे बड़ा है।

डिपार्टमेंट ऑफ प्रमोशन ऑफ इंडस्ट्री एंड इंटरनल ट्रेड (DPIIT) ने मंगलवार को अप्रैल महीने के लिए थोक महंगाई के आंकड़े को जारी किया हैं जिसने सबको चौंका कर रख दिया। डीपीआईआईटी ने एक प्रेस रिलीज में बताया, ‘अप्रैल 2022 में थोक महंगाई की उच्च दर के लिए मिनरल ऑयल्स, बेसिक मेटल्स, क्रूड, पेट्रोलियम व नेचुरल गैस, खाने-, खाने-पीने के सामान, नॉन-फूड आर्टिकल्स, फूड प्रॉडक्ट और केमिकल्स व केमिकल प्रॉडक्ट की कीमतों का बढ़ना जिम्मेदार है। इन सब चीजों की कीमतें पिछले साल अप्रैल की तुलना में काफी बढ़ी हैं।’

डीपीआईआईटी ने बताया कि तेल और ईंधन की ऊंची कीमतों के कारण अप्रैल में थोक महंगाई बढ़ी है। इससे पहले एनालिस्ट भी अनुमान लगा रहे थे कि अप्रैल में थोक मूल्यों पर आधारित महंगाई 15.5 फीसदी के आस-पास रह सकती है। ताजा आंकड़ों के हिसाब से अप्रैल लगातार 13वां महीना है, जब थोक महंगाई की दर 10 फीसदी से ऊपर है। इससे पहले मार्च महीने में थोक महंगाई की दर 14.55 फीसदी रही थी।

इससे पहले सरकार ने पिछले सप्ताह खुदरा महंगाई के आंकड़े जारी किए थे। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल 2022 में खुदरा महंगाई की दर 7.8 फीसदी रही, जो मई 2014 के बाद सबसे ज्यादा थी। अप्रैल महीने में फूड आर्टिकल्स की महंगाई की दर 8.35 फीसदी रही, जो मार्च में 8.06 फीसदी थी। इसी तरह ईंधन व बिजली बास्केट में थोक महंगाई की दर मार्च के 34.52 फीसदी की तुलना में बढ़कर 38.66 फीसदी पर पहुंच गई। मैन्यूफैक्चर्ड चीजों के मामले में महंगाई की दर थोड़ी बढ़ी है। यह मार्च में 10.71 फीसदी रही थी, जो अप्रैल में 10.85 फीसदी पर पहुंच गई।

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