वाराणसी में गंगा का जलस्तर बढ़ा, अधिकारियों ने नदी में छोटी नावों के संचालन पर लगाई रोक

वाराणसी में नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद अधिकारियों ने गंगा में छोटी नावों के संचालन पर प्रतिबंध लगा दिया है। हालांकि पिछले कुछ हफ़्तों में बारिश कम हो गई है, लेकिन पहाड़ों से आने वाला पानी अब धीरे-धीरे मैदानी इलाकों में अपना असर दिखाने लगा है, जिससे मंदिर नगरी के विभिन्न घाटों की सीढ़ियाँ डूब गई हैं।

उत्तर प्रदेश: 16 जुलाई को राप्ती नदी का जलस्तर बढ़ने से गोरखपुर के करीब 48 गांव प्रभावित हुए। नदी का जलस्तर खतरे के निशान से एक मीटर ऊपर पहुंच गया। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार घाट के पास रहने वाले स्थानीय निवासी मदन साहनी ने बताया, “जल स्तर अब 10 फीट तक पहुंच गया है। लोग अब दूसरे घाटों पर नहीं जा पा रहे हैं। इससे पर्यटन भी प्रभावित हो रहा है और छोटे नाव मालिकों ने घाटों पर जाना बंद कर दिया है।”छोटी नाव के मालिक मनीष कुमार ने कहा, “हम नाव नहीं चला पा रहे हैं, नाव लगभग बंद हो गई है। पानी 10 फीट तक पहुंच गया है। इससे अब हमारी आजीविका प्रभावित हो रही है। अब हमें कमाई शुरू करने के लिए छोटे-मोटे काम करने पड़ेंगे। अभी कम से कम दो से तीन महीने तक यही स्थिति बनी रहेगी।”

एक अन्य निवासी अवधेश ने कहा, “बढ़ते पानी के कारण हमें बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। सभी तीर्थयात्रियों को यह जानना चाहिए कि सुरक्षा और सावधानी बरतने की आवश्यकता है और तीर्थयात्रियों को नदी और तीन घाटों: राजेंद्र घाट, शीतला घाट और दशा सुमेर घाट में गहराई तक नहीं जाना चाहिए। दुर्घटनाएँ हो सकती हैं।”

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