टेस्ट संन्यास के बाद वृंदावन में विराट-अनुष्का: संत प्रेमानंद महाराज से लिया आशीर्वाद, आध्यात्मिक चर्चा में हुई गहरी बात

टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के अगले दिन, मंगलवार सुबह विराट कोहली अपनी पत्नी और बॉलीवुड अभिनेत्री अनुष्का शर्मा के साथ वृंदावन पहुंचे। यहां उन्होंने श्रीराधे हित केली कुंज आश्रम में संत प्रेमानंद महाराज से मुलाकात की, उनका आशीर्वाद लिया और आध्यात्मिक चर्चा में हिस्सा लिया। यह संन्यास के बाद उनकी पहली सार्वजनिक उपस्थिति थी।

संत प्रेमानंद की शिक्षाएं
संत प्रेमानंद महाराज ने कहा, “हम प्रभु के विधान को समझाते हैं। वैभव, यश या कीर्ति प्राप्त करना भगवान की कृपा नहीं, बल्कि पुण्य का फल है। असली कृपा है अंतर्मन का चिंतन बदलना, जिससे अनंत जन्मों के संस्कार नष्ट हो जाएं और भविष्य उत्तम बने।” उन्होंने बताया कि जब चिंतन बाह्य सुखों—यश, लाभ, विजय—की ओर जाता है, तो वह सांसारिक होता है। लेकिन भगवान की कृपा तब होती है, जब वे संतों का साथ, विपरीत परिस्थितियां और परम शांति का मार्ग दिखाते हैं।

संत ने आगे कहा, “प्रतिकूल परिस्थितियों के बिना संसार का मोह नहीं टूटता। वैराग्य तब जागता है, जब हम संसार की असलियत देखते हैं। जब सब कुछ अनुकूल हो, तो हम सांसारिक सुखों में डूब जाते हैं। लेकिन जब विपरीत परिस्थितियां आती हैं, तब समझ आता है कि यह संसार क्षणभंगुर है। भगवान ऐसी परिस्थितियों के जरिए जीव को सही मार्ग दिखाते हैं। इतिहास के सभी महान संतों का जीवन प्रतिकूलताओं से गुजरकर ही बदला।”

विराट का संन्यास और वृंदावन दौरा
विराट कोहली ने 12 मई 2025 को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की थी। इसके ठीक बाद वह आध्यात्मिक शांति की तलाश में वृंदावन पहुंचे। यह दौड़ा उनके जीवन के नए अध्याय की शुरुआत का संकेत माना जा रहा है।

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