वजन कम करने में फायदेमंद है वीगन डाइट, ब्लड शुगर लेवल और कोलेस्ट्रॉल होता है अच्छा

( रितिक भारती )

वजन कम करना आसान नहीं है लेकिन अगर सही तरीके से योजना बनाकर उस पर काम किया जाए तो उतना भी मुश्किल नहीं। कितनी भी एक्सरसाइज कर लें, जिम में वर्कआउट कर खूब पसीना बहाते हैं लेकिन अगर खाना-पीना सही नहीं किया तो सब व्यर्थ है। इसलिए यहां जानिए वजन कम करने के लिए आहार में क्या लें, क्या नहीं। यह जानना बेहद जरुरी है की आपको खाने में किन खाद्य पदार्थो का सेवन नहीं करना है क्योंकि अक्सर लोग वजन कम करने की डाइट में ये जानने की कोशिश करते है की आखिर उन्हें क्या खाना चाहिए लेकिन इस बात पर उनका ध्यान नहीं जाता है की उन्हें किन खाद्य पदार्थो को नजर अंदाज करना है।  हाल ही में नीदरलैंड के रिसर्चर्स ने पाया है कि अगर कोई वीगन डाइट को 3 महीने तक फॉलो करने से लगभग 7.25 किलो (16 पाउंड) वजन कम हो सकता है।

एक स्टडी में पाया गया कि केवल 12 हफ्ते तक अगर कोई  वीगन डाइट को फॉलो करता है तो उसका वजन कम हो सकता है। वीगन डाइट में सिर्फ प्लांट बेस्ड फूड का ही सेवन किया जाता है। डेयरी प्रोडक्ट, एनिमल प्रोडक्ट का बिल्कुल भी सेवन नहीं करते। इस डाइट को फॉलो करने से बार-बार स्नैक खाने और बाहर खाने की आदत भी कम होती हैं।

क्या पाया गया रिसर्च में।

रिसर्च में पाया गया कि जिन लोगों ने पश्चिमी वेस्टर्न डाइट को छोड़कर वीगन डाइट को अपनाया था, उन्होंने लगभग 7.25 किलो वजन कम किया था। वहीं जिन लोगों ने क्रैश डाइट की थी, उन लोगों ने लगभग 4.08 किलो वजन कम किया था। हालांकि, ब्लड शुगर के लेवल और कोलेस्ट्रॉल में उतना अधिक बदलाव नहीं देखा गया था। लेकिन वीगन डाइट फॉलो करने वालों का ब्लड शुगर लेवल और कोलेस्ट्रॉल अन्य डाइट फॉलो करने वाले लोगों की तुलना में अच्छा था।

कोपेनहेगन यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल के हेड ऐनी-डिटे टर्मनसेन ने कहा, वीगन डाइट से वजन कम होने की संभावना होती है, क्योंकि इसमें फैट काफी कम मात्रा में होता है और फाइबर में बहुत अधिक होता हैं। लेकिन अन्य कार्डियोमेटाबोलिक रिजल्ट के लिए और भी रिसर्च की आवश्यकता है।

जो लोग वीगन डाइट का सेवन करते हैं उनमें अक्सर कुछ विटामिन और मिनरल की कमी पाई जाती है, जो जानवरों में पाए जाते हैं। जैसे विटामिन बी 12, जो मुख्य रूप एनिमल प्रोडक्ट से प्राप्त होता है। जो लोग वीगन डाइट फॉलो करते हैं उन लोगों को इस विटामिन का सप्लीमेंट लेने की सलाह दी जाती है। वीगन डाइट टाइप 2 डाइयबिटीज को कम करने में मदद कर सकते हैं।

इस तरह आप कुछ दूसरे खाद्य पदार्थो का सेवन ना करे जैसे की

फ्रूट जूस में फ्रूट समाग्री कम ही होता है। यह प्रोसेस्ड होते हैं और चीनी से भरपूर होते हैं। कोई फायबर नहीं होता है।

समोसे, मोमोज़ हो या नूडल्स में मैदा होता है जिसमें कोई फाइबर नहीं होता है। यह रिफाइंड आटा है जो आपका वजन बढ़ाता है।

डीप फ्राइड चीजें न खाएं। यह वेट बढ़ाएगा।

शराब भी शरीर में मोटापा बढ़ाती है। इससे फैटी लिवर डिसीज होने का खतरा भी बढ़ जाता है।

अगर आप अपनी डाइट से मीट को हटा नहीं सकते तो इससे सेवन को कम जरूर करें।

फ्रेंच फ्राइज को हेल्दी न समझें। इसमें बहुत कम विटामिन, मिनरल या फाइबर होता है। इसमें ज्यादा सोडियम और ट्रांस फैट होता है जो आपके पेट के लिए ठीक नहीं।

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