दिव्य काशी-भव्य काशी का दर्शन अब आसमान में घूमते हुए करें, बनेगा दुनिया का तीसरा सबसे खास शहर, जानिए कैसे…

काशी में सार्वजनिक परिवहन के लिए रोपवे का काम नए साल की शुरुआत में शुरू हो जाएगा। अब आप काशी को आसमान से देख सकते हैं। यह प्रोजेक्ट पीएम मोदी का सपना था, जो जल्द ही साकार होगा। पहले चरण में कैंट स्टेशन से गोदौलिया तक रोपवे बनाया जाएगा। लापाज़ और मैक्सिको के बाद काशी दुनिया का तीसरा ऐसा शहर होगा जहां लोग रोज़मर्रा की आवाजाही के लिए रोपवे का इस्तेमाल कर सकेंगे।

दरअसल, संकरी गलियां काशी की पहचान हैं, लेकिन दिन-ब-दिन बढ़ती श्रद्धालुओं और पर्यटकों की संख्या के कारण प्रशासन को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में प्रशासन जमीन की जगह परिवहन के स्काई मोड पर विचार कर रहा है।

रोपवे के शुरू होने के बाद लोग काशी के आसमान से गंगा के दर्शन कर सकेंगे। इस सुविधा के शुरू होने के बाद पर्यटकों को घंटों जाम में नहीं फंसना पड़ेगा बल्कि समय की बचत कर वे आसानी से आसमान से बाबा विश्वनाथ के दर्शन कर सकेंगे। गौरतलब है कि पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में उनके निर्देश पर कैंट स्टेशन से गोदौलिया तक रोपवे बनाया जाएगा. जिससे बाबा के भक्त आसानी से बाबा के दरबार और गंगा घाट तक पहुंच सकेंगे। यह परियोजना काशी के मूल स्वरूप को बरकरार रखते हुए क्योटो की तर्ज पर पीएम मोदी के सपने को विकसित करने की योजना का हिस्सा है।

रोपवे कई मायनों में होगा खास

  • 4 किमी लंबा होगा, जो लगभग 45 मीटर की ऊंचाई पर चलेगा
  • इसमें 220 ट्रॉलियां होंगी, जिनमें से प्रत्येक में 10 लोग बैठ सकते हैं।
  • कैंट से गोदौलिया तक कुल 4 स्टेशन होंगे। कैंट, साजन तिराहा, रथ यात्रा और गोदोलिया।
  • यात्रियों को हर डेढ़ से दो मिनट में एक ट्राली मिलेगी।
  • दोनों तरफ से 8 हजार यात्री सफर कर सकेंगे।
  • यह रोपवे रात में भी चलेगा ताकि काशी की भव्यता और दिव्यता को भी देखा जा सके।

वाराणसी मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल का कहना है कि पीएम की प्रेरणा से प्रशासन ने कैंट से गोदौलिया तक प्रोजेक्ट को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू करने की योजना बनाई है. टेंडर हो चुका है। अगले कुछ दिनों में इसे अंतिम रूप देने के बाद अगले साल की शुरुआत से काम शुरू कर दिया जाएगा। करीब 400 करोड़ की लागत से यह पूरा प्रोजेक्ट पीपीपी मॉडल पर बनेगा।

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