Vaccination: वैक्सीन को लेकर अफवाह फैलाने वालों पर होगी कानूनी कार्रवाई, केंद्र का आदेश

बता दें कि देशभर में कोरोना वैक्सीनेशन प्रोग्राम की शुरुआत हो चुकी है. वैक्सीनेशन के बाद कुछ लोगों की मौत को लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह की अफवाह सामने आई है. हालांकि इन मौतों का टीकाकरण से कोई संबंध नहीं पाया गया है. इन अफवाहों में लोगों से वैक्सीनेशन न कराने और इससे जानलेवा खतरे जैसी बाते हैं.

केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों को पत्र लिखा है. इसमें राज्यों को बताया गया है कि आपदा प्रबंधन कानून और आईपीसी की धाराओं के तहत ऐसे लोगों पर कार्रवाई की जा सकती है, जो कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर अफवाह उड़ा रहे हैं या किसी तरह की अफवाह में शामिल पाए जाते हैं, उन पर कानूनी प्रावधानों के तहत दंडात्मक कार्रवाई की जा सकती है.


अजय भल्ला ने इस बात पर भी जोर दिया कि देश में नेशनल रेगुलेटरी अथॉरिटी ने पाया है कि भारत के सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा निर्मित और भारत बायोटेक लिमिटेड द्वारा विकसित और निर्मित किए गए दो टीके – कोविशिल्ड और कोवैक्सीन सुरक्षित और इम्युनोजेनिक हैं.

पीएम नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि भारतीय वैज्ञानिकों ने कोविड-19 का टीका विकसित कर अपना कर्तव्य पूरा किया और ‘अब हमें’ झूठ तथा अफवाह फैलाने वाले हर नेटवर्क को सही सूचना के जरिए परास्त कर अपना कर्तव्य पूरा करना है. गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेने जा रहे एनसीसी कैडेट, एनएसएस स्वयंसेवी और कलाकारों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इस तरह के संगठनों ने हमेशा ही चुनौतीपूर्ण समय से निपटने में अपनी भूमिका निभाई है.

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