दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में टकराव, ‘संघर्ष’ को साधने के लिए एकजुट होंगी ‘महाशक्तियां’

वाशिंगटन। अमेरिका और चीन के शीर्ष सीईओ, सरकारी अधिकारी और विशेषज्ञ दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच बदलते व्यापारिक रिश्तों पर चर्चा के लिए गुरुवार को न्यूयॉर्क में मिलेंगे।

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व्यापारिक रिश्तों पर चर्चा

खबरों के मुताबिक, चाइना इंस्टीट्यूट 2018 एक्जक्यूटिव समिट ‘यूएस-चाइना इन द वर्ल्ड ऑर्डर’ 12 अप्रैल को न्यूयॉर्क के हार्वर्ड क्लब में आयोजित किया जाएगा। सम्मेलन में दोनों देशों की चुनौतियों को परखा जाएगा और अमेरिका व चीन के साथ में व्यापार करने के अवसरों को तलाशा जाएगा।

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चीन इंस्टीट्यूट के अध्यक्ष जेम्स हीमोवित्ज ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, “यह सम्मेलन एक बहुत बड़ी अनिश्चितता के बीच हो रहा है।”

उन्होंने कहा, “दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण द्विपक्षीय संबंधों को नया आधार देने, साथ काम करने और व्यापार को सफल बनाने के लिए व्यावहारिक तरीके खोजना बहुत ही महत्वपूर्ण हो गया है।”

इस एक दिवसीय सम्मेलन में अमेरिका की विनिर्माण की स्थिति पर अमेरिका के वाणिज्य मंत्री गिलबर्ट बी. कपलान, पूर्व वित्त मंत्री और पॉलसन इंस्टीट्यूट के अध्यक्ष हेनरी एम. पॉलसन जूनियर वक्ताओं में शामिल होंगे।

साथ ही अमेरिका और चीन विश्वव्यापी चुनौतियों का सामना कैसे कर सकते हैं, इसपर नोबल पुरस्कार विजेता व अर्थशास्त्री जोसेफ स्टिग्लिट्ज अपने विचार रखेंगे और नई विश्व व्यवस्था को अपनाने पर आईएमएफ के पूर्व प्रमुख जॉन लिपस्की अपनी बात रखेंगे।

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