तुलसी पर कभी भी नहीं चढ़ाना चाहिए केवल जल, पूजा में जरूर करें इसे शामिल
आदि काल से ही तुलसी की महत्ता के बारे में लोगों को पता है. वेदों और पुराणों में तुलसी को मां का दर्जा दिया गया है और वह एक मां की तरह ही अपने भक्तों की रक्षा करती है. अध्यात्म हो स्वास्थ्य की बात वह हर जगह उपयोगी सिद्ध हुई हैं. तुलसी को हिंदू धर्म में देवी के रूप में पूजा जाता है. साथ ही उनके मंत्रों के जाप से जीवन को सफल बनाया जा सकता है.
पुराणों के अनुसार, जिस घर के आंगन में तुलसी होती है वहां कभी अकाल मृत्यु या शोक नहीं होता है. तुलसी के प्रतिदिन दर्शन और पूजन करने से पाप नष्ट हो जाते हैं व मोक्ष की प्राप्ति होती है. भगवान विष्णु जी की पूजा में तुलसी का सबसे ज्यादा उपयोग होता है.
कई धार्मिक कथाओं में तुलसी का जिक्र किया गया है. तुलसी को भगवान कृष्ण के भोग में रखना जरूरी माना जाता है. जिस घर में तुलसी नहीं होती है वहां कभी भगवान विष्णु व महालक्ष्मी का स्थाई निवास नहीं होता है इस मंत्र को बोलते हुए दीपक जलाएंगे तो घर में कभी गरीबी नहीं आएगी. हमेशा बरकत बनी रहेगी.
तुलसी पूजा के मंत्र
तुलसी जी को जल चढ़ाते समय इस मंत्र का जाप करना चाहिए.
महाप्रसाद जननी, सर्व सौभाग्यवर्धिनी
आधि व्याधि हरा नित्यं, तुलसी त्वं नमोस्तुते।।