अपने इस कारनामे की वजह से मुख्यमंत्री बने ‘देशद्रोही’, चढ़ गया भाजपा अध्यक्ष का पारा

इस्लाम कबूलनेकोझिकोड। भाजपा की केरल इकाई के अध्यक्ष कुम्मनम राजशेखरन ने शनिवार को राज्य सरकार द्वारा एक हिंदू महिला के इस्लाम कबूलने के मामले की एनआईए जांच के खिलाफ सर्वोच्च न्यायालय में हलफनामा दायर करने की निंदा की है। हदिया (24) केरल के एक हिदू परिवार में अखिला अशोकन के रूप में जन्मी थी। उसने दिसंबर 2016 में इस्लाम अपनाकर शफीन जहां (27) से शादी कर ली थी।

राजशेखरन ने ‘जनरक्षा केरल यात्रा’ के पांचवें दिन मीडिया को यहां बताया, “पिनरई विजयन सरकार का यह कदम स्पष्ट तौर पर वाम मोर्चा सरकार का राष्ट्र विरोधी ताकतों के प्रति नरम रवैये को दर्शाता है।”

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उन्होंने कहा कि केरल सरकार क्यों इस मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की जांच का विरोध कर रही है।

केरल उच्च न्यायालय ने भी 25 मई को अपने फैसले में इस शादी को ‘अमान्य’ करार दिया था, और इसे दिखावा बताते हुए अखिला को उसके परिवार को सौंप दिया था।

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धर्म परिवर्तन और जहां से शादी के मामले में सर्वोच्च न्यायालय ने 16 अगस्त को एनआईए से जांच कराने का आदेश दिया था, जिसकी देखरेख सर्वोच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश, न्यायमूर्ति आर.वी. रवींद्रन करेंगे।

जहां ने उच्च न्यायालय के आदेश को सर्वोच्च न्यायालय में चुनौती दी थी और इस आदेश को भारत में ‘महिलाओं की स्वतंत्रता की बेईज्जती’ करने वाला बताया था।

केरल सरकार ने कहा था कि इस मामले में अपराध शाखा की जांच काफी है।

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