सरकार की सख्ती के बाद भी नहीं रुक रहा पॉलीथिन का प्रयोग, आखिर कहाँ से आ रही है सप्लाई

रिपोर्ट कपिल सिंह 

बुलंदशहर| भले ही सरकार की तरफ से पॉलीथिन को पूरी तरह बैन किया गया हो, लेकिन बुलंदशहर के साप्ताहिक बाजारों में अभी भी धड़ल्ले से पॉलीथिन का चलन हो रहा है। अब सवाल ये उठता है कि आखिर पॉलीथिन बैन होने के बाद इन दुकानदारों को पॉलीथिन मिल कहाँ से रही है और कैसे अभी भी बुलंदशहर में पॉलीथिन धड़ल्ले से चलन में है ?

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योगी सरकार की ओर से बीती 15 जुलाई से पॉलीथिन को पूरी तरह बैन करने का फरमान जारी हुआ था, जिसके बाद पॉलीथिन बैन को लेकर प्रशासन भी काफी सख्त नज़र आया था। सामाजिक संगठन, और प्रशानिक  अधिकारियों ने पॉलीथिन से होने वाले दूषित पर्यवरण से होने वाले नुकसान से लोगों को जागरूक करने के लिए रैली निकालकर कई अभियान चलाए थे।

इतना ही नहीं बुलंदशहर प्रशासन की ओर से बैन के बाद पॉलीथिन रखने वाले कई दुकानदारों से जुर्माना भी वसूला गया था। लेकिन क्या वाकई प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा चलाए गए अभियान, या उनके द्वारा की गई कार्यवाही का दुकानदारों पर कोई असर हुआ।

इसकी वास्तविकता जानने के लिए लाइव टुडे टीम बुलंदशहर के नुमाईश मैदान में लगने वाले साप्ताहिक बाजार पहुंची। टीम ने यहां पाया कि इस बाजार में धड़ल्ले से ना सिर्फ पॉलीथिन चलन में थी, बल्कि बाजार में दुकान लगाने वाला हर एक छोटा-बड़ा दुकानदार  ग्राहक को पॉलीथिन में ही छोटे से छोटा सामान रखकर दे रहा था।

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हमारी टीम के इस रियल्टी चेक में ये भी पाया गया, कि उन दुकानदारों को पॉलीथिन कहीं बाहर से लानी नहीं पड़ रहीं थी। एक शख्स इनके पास बैग में रखकर पॉलीथिन लाया, और दुकान-दर-दुकान ये शख्स पॉलीथिन उतार रहा था। हमने इससे बात भी करनी चाही, लेकिन ये शख्स कैमरे देखकर दूर भागता नज़र आया। हम इससे पहले कुछ भी जान पाते पॉलीथिन उतार रहा शख्स बाजार से 9 दो 11 हो गया।

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वहीं हमारी टीम ने बाजार में धड़ल्ले से चल रहे पॉलीथिन के चलन पर बाजार आए ग्राहक और उन्हें पॉलीथिन में सामान रखकर देने वाले दुकानदारों से बात कर जानना चाहा कि आखिर जब पॉलीथिन को बैन किया जा चुका है तो फिर इस बाजार में पॉलीथिन कैसे पाई जा रही है।
यूँ तो यहां समान लेने आया हर शख्स चाहता है कि पॉलीथिन बन्द हो लेकिन यहां दो-चार लोगों को अगर छोड़ दिया जाए, तो बाजार में कोई पुरुष या महिला थैला साथ लेकर नहीं मिला।

वहीं पॉलीथिन को चलन में रखने वाले दुकानदारों से जब हमारी टीम ने बात की तों वो साहब भी खुद को छोटे दुकानदार बता कर बड़े कारोबारियों पर निशाना साधने लगे।

वहीं पॉलीथिन प्रकरण में जब हमारी टीम ने बुलंदशहर सदर तहसीलदार से बात की, तो तहसीलदार दावा कर रहे हैं कि पॉलीथिन को पूरी तरह बैन करने के लिए ना सिर्फ जागरूकता रैली निकाली जा रही हैं बल्कि पॉलीथिन पाए जाने पर जुर्माने की कार्यवाही भी की जा रही है।

बुलंदशहर प्रशासन पॉलीथिन को पूरी तरह बैन कर देने का भले ही दावा करता रहे, लेकिन हमारी टीम के रियल्टी चेक में जो तस्वीर सामने आई हैं। उन्हें देखकर ये साफ अंदाज़ा लगाया जा सकता है, कि पॉलीथिन कारोबारियों को ना तो प्रशासन की रैलियों से कोई फर्क पड़ता है। ना ही इन लोगों को प्रशासन की कार्यवाही का ही कोई डर है। बहरहाल अब देखने वाली बात ये होगी कि हमारी टीम की इस ग्राउंड ज़ीरो रिपोर्ट के बाद बुलन्दशहर में पॉलीथिन के चलन को रोकने के लिए बुलंदशहर प्रशासन क्या कदम उठाता है।

 

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