सेना के कैंप पर आतंकी हमला… दो जवान शहीद, छह घायल

जम्मू। जम्मू के एक सैन्य शिविर में शनिवार तड़के घुसे आतंकवादियों ने फैमिली क्वार्टरों में दाखिल होकर सो रहे लोगों पर गोलीबारी शुरू कर दी। इस गोलीबारी में दो जवान शहीद हो गए, जबकि महिलाओं व बच्चों समेत छह अन्य घायल हो गए।

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सैन्य शिविर

शहीद होने वाले जवान में सेना के एक कनिष्ठ अधिकारी भी शामिल हैं। संभवत: सीमा पार से आए आतंकवादी शनिवार तड़के 4.45 मिनट पर जम्मू के सुंजवान सैन्य शिविर में घुस गए और जूनियर कमीशंड अधिकारियों के फैमिली क्वार्टरों में घुसकर गोलीबारी करने लगे।

सेना ने अपने बयान में कहा, “घटना में एक जेसीओ (जूनियर कमीशंड अधिकारी) शहीद हो गया, जबकि तीन महिलाओं व बच्चों समेत छह लोग घायल हो गए।”

सेना ने साथ ही कहा कि हमले में सेना के परिजनों को घटनास्थल से सुरक्षित बाहर निकालने के क्रम में जवान शहीद हो गया।

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जम्मू एवं कश्मीर संसदीय मामलों के मंत्री अब्दुल रहमान वीरी ने हालांकि कहा कि हमले में दो जेसीओ शहीद हो गए, जबकि कर्नल रैंक का एक अधिकारी घायल हो गया। घायलों में जेएसी के एक अधिकारी की बेटी भी शामिल है, जो यहां अपनी स्कूल की छुट्टियों के दौरान अपने पिता से मुलाकात करने आई थी।

सेना के बयान के अनुसार, “घटना की सूचना मिलते ही त्वरित प्रतिक्रिया टीम ने पूरे क्षेत्र को घेर लिया और घरों में घुसे आतंकवादियों को अलग-थलग कर दिया। क्वार्टरों में महिलाओं और बच्चों की मौजूदगी की वजह से, कम से कम क्षति पहुंचाने के लिए अभियान काफी सतर्कता से आगे बढ़ाया गया।”

पुलिस और सेना के सूत्रों ने कहा, “सेना के ज्यादातर परिजनों को वहां से हटा लिया गया है। आतंकवादियों पर आखिरी हमले से पहले हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि इस अभियान में किसी नागरिक को नुकसान नहीं हो।”

सूत्रों का कहना है कि जूनियर कमीशंड अधिकारियों की आवासीय इमारत में आतंकवादियों के सफाए के लिए हर कमरे की तलाशी ली जा रही है।

इससे पहले खुफिया रपटों में कहा गया था कि आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी संसद हमले के दोषी अफजल गुरु की पांचवीं बरसी पर हमले की साजिश रच रहे थे।

अफजल गुरु को नौ फरवरी, 2013 को तिहाड़ जेल में फांसी दी गई थी।

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छिपे हुए आतंकवादियों के सफाए के लिए उधमपुर में सेना के उत्तरी कमान के मुख्यालय से सेना के पैराकमांडर्स को लाया गया।

केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू एवं कश्मीर के पुलिस महानिदेशक एस.पी. वैद से बात की। उसके बाद उन्होंने दिल्ली में संवाददाताओं से कहा, “सुरक्षाबल अपना काम कर रहे हैं और इसमें कोई संदेह नहीं है कि इस अभियान को अंजाम तक पहुंचाया जाएगा। वे हमें कभी निराश नहीं करेंगे।”

सैन्य शिविर के आधा किलोमीटर के दायरे में आने वाले सभी शिक्षण संस्थानों को दिनभर के लिए बंद कर दिया गया है।

जम्मू एवं कश्मीर विधानसभा के अध्यक्ष कवींद्र गुप्ता ने इस हमले के तार रोहिंग्या शरणार्थियों से जोड़े, जिसके बाद विधानसभा में काफी हंगामा हुआ। सदन में हंगामे के बाद में उन्होंने हालांकि अपना बयान वापस ले लिया।

सदन में हंगामे के दौरान नेशनल कांफ्रेंस के विधायक मोहम्मद अकबर लोन ने भाजपा के विधायक के पाकिस्तान विरोधी नारे के विरोध में पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाए। लोन के नारे से हालांकि उनकी पार्टी नेशनल कांफ्रेंस ने भी दूरी बना ली।

मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने इस हमले पर अपना गुस्सा जाहिर करते हुए कहा, “आज सुंजवान में हुए आतंकवादी हमले से व्यथित हूं। मेरी संवेदनाएं घायलों और उनके परिवारों के साथ हैं।”

नेशनल कांफ्रेंस के कार्यकारी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने हमले की निदा करते हुए कहा, “जम्मू और सुंजवान में मुठभेड़ की खबर बेहद परेशान करने वाली है। हमारे सुरक्षाबलों और उनके परिवार वालों को किसी तरह का नुकसान पहुंचाए बिना इस मुठभेड़ के खत्म होने की उम्मीद है।”

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