चेन्नई वनडे : जीत के साथ किया टीम इंडिया ने सीरीज का आगाज, ऑस्ट्रेलिया को 26 रनों से हराया

टीम इंडियाचेन्नई। इस समय शानदार फॉर्म में चल रही टीम इंडिया ने बारिश से बाधित पहले मैच में बेहतरीन हरफनमौला प्रदर्शन करते हुए रविवार को आस्ट्रेलिया को 26 रनों से मात दी। इसी के साथ उसने पांच वनडे मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त ले ली है।

धोनी के नाम हुआ एक और क्रिकेट रिकॉर्ड, बना डाला ‘अर्धशतकों का शतक’

भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए महेंद्र सिंह धौनी (79) और हार्दिक पांड्या 88) की संकटमोचन पारियों के दम पर सात विकेट के नुकसान पर 281 रन बनाए थे। लेकिन जैसे ही भारत की पारी खत्म हुई बारिश आ गई। बारिश रुकने के बाद मैच दोबारा शुरू हुआ जिसमें आस्ट्रेलिया को 21 ओवरों में 164 रनों का संशोधित लक्ष्य मिला। आस्ट्रेलियाई टीम पूरे 21 ओवर खेलने के बाद नौ विकेट के नुकसान पर 139 रन ही बना सकी।

मेहमान टीम की शुरुआत खराब रही। एरॉन फिंच के चोटिल होने के कारण पारी की शुरुआत करने उतरे हिल्टन कार्टराइट (1) 15 के कुल स्कोर पर जसप्रीत बुमराह की गेंद पर बोल्ड हो गए। बल्ले से कमाल दिखाने वाले पांड्या ने गेंद से भी कमाल दिखाया और दो विकेट लेकर आस्ट्रेलिया को मुश्किल में डाल दिया।

पांड्या ने आस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीवन स्मिथ (1) को बुमराह के हाथों कैच कराया और फिर ट्रेविस हेड को धौनी की सहायता से पवेलियन की राह दिखाई। आस्ट्रेलिया की जिम्मेदारी अब उप-कप्तान डेविड वार्नर (25) पर थी, लेकिन चाइना मैन गेंदबाज कुलदीप यादव की गेंद पर वह धौनी को कैच दे बैठे। 45 रनों पर मेहमान टीम ने अपने चार विकेट खो दिए थे।

मैदान पर तूफानी बल्लेबाज ग्लैन मैक्सवेल थे। उन्होंने आते ही अपने हाथ दिखाए और कुलदीप पर लगातार तीन छक्के और एक चौका जड़ा। लेकिन लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल ने उनको ज्यादा देर बल्ले से रन नहीं बनाने दिए। मैक्सवेल, चहल की गेंद पर मनीष पांडे को कैच दे बैठे। 18 गेंदों में तीन छक्के और चार चौकों की मदद से 39 रनों की पारी खेलने वाले मैक्सवेल 76 के कुल स्कोर पर आउट हुए। इसी स्कोर पर मार्कस स्टोइनिस रन आउट होकर पवेलियन लौट लिए।

मेहमान टीम का स्कोर 76 रनों पर छह विकेट था। यहां से उसकी हार तय लग रही थी। हुआ भी यही। डेथ ओवरों में दो विशेषज्ञ गेंदबाजों जसप्रीत बुमराह और भुवनेश्वर ने आस्ट्रेलिया को जरूरी रन नहीं बनाने दिए। अंत में पैट कमिंस (9), नाथन कल्टन नाइल (5) जल्दी पवेलियन लौट लिए। जेम्स फॉल्कनर 32 रनों पर नाबाद रहे।

इससे पहले, संकट में फंसी भारत को एक बार फिर उसके सबसे अनुभवी खिलाड़ी धौनी ने युवा बल्लेबाज पांड्या के साथ शतकीय पारी करते हुए न सिर्फ बचाया बल्कि चुनौतीपूर्ण स्कोर प्रदान किया।

धौनी और पांड्या ने टीम को उस समय मदद दी जब टीम ने अपने पांच विकेट सौ रनों से पहले ही खो दिए थे। इन दोनों ने छठे विकेट के लिए 118 रनों की साझेदारी की।

मेजबान कप्तान विराट कोहली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया। लेकिन मेहमान टीम के तेज गेंदबाज नाथन कल्टर नाइल ने 11 रनों पर भारत के तीन विकेट लेकर उसे बैकफुट पर पहुंचा दिया। नाइल ने पहले अजिंक्या रहाणे (5) को विकेट के पीछे मैथ्यू वेड के हाथों कैच कराया। अगला ओवर मेडेन गया और छठे ओवर में नाइल की पहली ही गेंद पर ग्लैन मैक्सवेल ने कोहली का शानदार कैच पकड़ा। भारतीय स्टार बल्लेबाज खाता भी नहीं खोल पाया। मनीष पांडे का अंजाम यही हुआ। वह भी 11 के कुल स्कोर पर बिना खाता खोले पवेलियन लौटे।

सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा (28) और केदार जाधव (40) ने फिर मोर्चा संभाला। दोनों रंग में आ रहे थे और मेहमान गेंदबाजों का अच्छा स्वागत कर रहे थे। तभी आस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीवन स्मिथ ने गेंदबाजी में बदलाव किया और मार्कस स्टोइनिस को लाए। स्टोइनिस की दो शॉर्ट पिच गेंदों ने रोहित और जाधव को पवेलियन भेज दिया। यह दोनों बल्लेबाज गलत शॉट खेल कर आउट हुए।

रोहित का कैच डीप मिडविकेट पर नाइल ने लपका जबकि जाधव को शॉर्ट मिडविकेट पर हिल्टन कार्टराइट ने कैच किया। भारत ने 87 के कुल स्कोर पर पांच विकेट खो दिए थे।

यहां से ऐसी परिस्थितयों के आदी हो चुके धौनी ने अपनी जिम्मेदारी संभाली। धौनी ने जैसे ही मैदान पर कदम रखा चेन्नई के दर्शकों ने उनका नाम लेकर जोरदार स्वागत किया। उन्होंने, पांड्या के साथ मिलकर पहले विकेट पर पैर जमाए। दोनों ने सूझबूझ भरी पारी खेली। आतिशी बल्लेबाजी के लिए मशहूर पांड्या भी एक-एक रन के लिए खेल रहे थे। 37वें ओवर में पांड्या ने अचानक से गियर बदला और लेग स्पिनर एडम जाम्पा के एक ओवर में तीन छक्के और एक चौके की मदद से 24 रन बटोरते हुए अपना अर्धशतक पूरा किया। पांड्या ने इस ओवर में तीन लगातार छक्के लगाए। वह अपने अभी तक के करियर में ऐसा चौथी बार कर चुके हैं।

इस बीच धौनी शांत थे और पांड्या अपने रंग में आ चुक थे। धौनी दूसरे छोर से उन्हें लगातार स्ट्राइक देते रहे और पांड्या रन बनाते रहे। पांड्या ने खासकर जाम्पा को अपना निशान बनाया लेकिन उनकी पारी का अंत भी इसी लेग स्पिनर ने किया। जाम्पा को एक और बार सीमारेखा के पार भेजने के प्रयास में गेंद ने बल्ले का ऊपरी किनारा लिया और सीधे शॉर्टथर्डमैन पर खड़े जेम्स फॉल्कनर के हाथों में गई।

66 गेंदों में पांच छक्के और इतने ही चौके मारने वाले पांड्या का विकेट 205 के स्कोर पर गिरा, लेकिन इससे आस्ट्रेलियाई टीम को फायदा नहीं मिला क्योंकि धौैनी ने अपना असली रूप अख्तियार कर लिया था। अंतिम ओवरों में उन्होंने लंबे-लंबे शॉट्स लगाए। उनकी आईपीएल टीम के दर्शक इसका पूरा लुत्फ उठा रहे थे। धौैनी ने अपने दूसरे घर में वनडे क्रिकेट का 100वां अर्धशतक पूर किया।

धौनी को 30 गेंदों में पांच चौकों की मदद से 32 रन बनाने वाले भुवनेश्वर कुमार का साथ मिला और दोनों ने सातवें विकेट के लिए 72 रन जोड़े। धौनी आखिरी ओवर में वार्नर के हाथों लपके गए। उन्होंने 88 गेंदों का सामना करते हुए चार चौके और दो छक्के लगाए। भारत ने आखिरी पांच ओवरों में 53 रन बनाए।

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