
जर्मनी के सबसे प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय स्टाइनबाईस यूनिवर्सिटी बर्लिन ने ग्लोबल टेक्नॉलजी मैनेजमेंट एशिया में मास्टर्स डिग्री की शुरुआत की है। इस कोर्स को पूरी तरह एशिया के लिए ही डिजाइन किया गया है। यह कोर्स स्टाइनबाईस ग्लोबल इंस्टिट्युट ट्युबीनगन (एसजीआईटी), जर्मनी के द्वारा संचालित किया जाएगा साथ ही आईवोरी एजुकेशन के सहयोग से पूरे एशिया में इसे विस्तारित भी किया जाएगा।
इस सहकार्यता के अंतर्गत आईवोरी एजुकेशन विश्वविद्यालयों, सरकारों, निजी इंस्टिट्युशन और अन्य संस्थानों के साथ मिलकर इस कार्यक्रम को सफल बनाने का कार्य करेगा। साथ ही यह तकनीकी, छात्र प्रबंधन और मार्केटिंग में सहायता देने का कार्य भी करेगा।
यह ग्लोबल टेक्नॉलजी मैनेजमेंट के क्षेत्र में अभी तक की पहली ऐसी मास्टर्स डिग्री है जिसमें आधुनिक शिक्षा प्रक्रिया के साथ तकनीकी, प्रबंधन और मार्केटिंग को रणनीतिक ढांचा प्रदान किया जाएगा और इसे अमल में लाया जाएगा।
इस रोजगार युक्त स्टडी कोर्स के ढांचे में एक ठोस तकनीकी प्रॉजेक्ट को तब्दील किया जाएगा, जैसे कि नैनो टेक्नॉलजी, मेडिसिन, बायॉटेक्नॉलजी, आईटी, कंस्ट्रकशन आदि।
इस प्रॉजेक्ट में- विदेशो में उत्पादन के कारखाने लगाना, नई उत्पादन प्रक्रिया का इस्तेमाल करना, अंतरराष्ट्रीय सेवा संस्थान की स्थापना करना, आईटी प्रॉजेक्ट्स को अमल में लाना, उत्पादन प्रक्रिया का बेहतर तरीके से प्रयोग करना या कंपनी में नॉलेज मैनेजमेंट का उपयोग करना आदि शामिल होगा।
एसजीआईटी और प्रोग्राम के निदेशक प्रो. बरट्राम लोहमुलर का कहना है कि ‘मेक इन इंडिया एक ऐसी सशक्त पहल है जिसमें भारत को वैश्विक अर्थव्यवस्था में उचित जगह बनाने की ताकत है।
इस प्रोग्राम के द्वारा हम पेशेवर लोगों और कंपनीज को ग्लोबल टेक्नॉलजी मैनेजमेंट के क्षेत्र में उत्कृष्टता विकसित कराने का प्रयास करेंगे। आईटी के क्षेत्र में पूरे विश्व में भारत की भूमिका काबिल-ए-तारीफ है।
इसके द्वारा जिन क्षेत्रों से भारतीय कंपनीज को फायदा होता है, उनमें तकनीकी उत्कृष्टता विकसित करने में भी मदद मिलेगी। इस कोर्स की फीस को भी न्यूनतम रखा गया है।’
इस दो साल के कोर्स को अंग्रेजी भाषा में कराया जाएगा। चूंकि यह एक जर्मन मास्टर्स डिग्री है इसीलिए जो लोग जर्मनी में काम करने के इच्छुक हैं उन्हें उदार वीजा नीति का फायदा भी मिल सकता है। यह कोर्स अक्टूबर 2017 से पूरे एशिया में संचालित हो जाएगा।
आईवोरी एजुकेशन प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंधक निदेशक कपिल रामपाल का कहना है कि ‘हम इस कोर्स को विकसित करने के लिए पिछले तीन सालों से एसजीआईटी के साथ काम कर रहे हैं।
प्रतिभागी अपनी नौकरी छोड़े बिना ही जर्मन मास्टर डिग्री के साथ ग्लोबल टेक्नॉलजी मैनेजमेंट में ज्ञान और उत्कृष्टता प्राप्त कर सकते हैं। इस कोर्स को पूरा करने के लिए जर्मनी में रूकने का समय भी हमने बहुत कम रखा है।’
इस कोर्स की विवरणिका www.ivoryeducation.com और www.steibeis.education पर निशुल्क उपलब्ध है।
स्टाइनबाइस ग्लोबल इंस्टीट्युट ट्युबिनगन के बारे में-
यह संस्थान स्टाइनबाइस यूनिवर्सिटी बर्लिन का भाग है। इस संस्थान में टेक्नोलॉजी और मैनेजमेंट को जोड़कर कई स्नातकोत्तर और सर्टिफिकेट कोर्स आयोजित किए जाएंगे। यह संस्थान एक्सपोर्ट एकेडमिक बडेन वर्टेमबर्ग से जुड़ा हुआ है जिसके सहयोग से ग्लोबल लीडरशीप प्रोग्राम चलाया जाता है। अकादमिक क्षेत्र में 30 साल का अनुभव इस समय आधुनिक ज्ञान को प्रायोगिक जिंदगी में सफल रूप में बनाए रखने के लिए एक चुनौती और प्रेरणा दोनों ही है।
स्टाइनबाईस यूनिवर्सिटी बर्लिन के बारे में-
स्टाइनबाइस यूनिवर्सिटी बर्लिन (एसएचबी) की स्थापना सन् 1998 में कोंपनीज़ में कौशल विकास को विकसित करने के लिए की गई थी।
स्टाइनबाइस पिछले 30 सालों से तकनीकी शिक्षा के ज्ञान को प्रसारित करने में अपनी पहचान बनाए हुए है। वर्तमान में यहां 7000 छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। इस यूनिवर्सिटी ने 1000 से ज्यादा एंटरप्राइजेज के साथ अपने नेटवर्क का विस्तार किया हुआ है। तकनीकी, प्रबंधन और व्यवसाय के क्षेत्र में इसके 6000 से ज्यादा विशेषज्ञ ज्ञान को विकसित करने में लगे हुए हैं।
आईवोरी एज्युकेशन के बारे में-
आईवोरी एज्युकेशन रोजगार और शिक्षा की दूरी को कम करने में एक शीर्ष कंपनी के रूप में काम कर रही है। इसने आईआईएम कलकत्ता, आईआईटी दिल्ली, आईआईटी खड़गपुर, आईआईटी मद्रास, एमआईसीए और अन्य शीर्ष संस्थानों के साथ तकनीकी और प्रोग्राम मैनेजमेंट का प्रयोग करके कार्यक्षमता को विकसित करने और ज्ञान का प्रसार करने का काम किया है।