श्रीदेवी की मौत से इस भाजपा नेता को लगा ‘सदमा’, दिया बेहूदा बयान

नई दिल्ली। श्रीदेवी की मौत से बॉलीवुड जगत सदमें में है। सभी लोग बॉलीवुड की ‘चांदनी’ का अंतिम दीदार करने के लिए उनकी आखिरी विदाई में पहुंचे हैं। सभी लोग अपनी चहेती अदाकारा को अंतिम बार देखेने के लिए भारी संख्या में मौजूद हैं। इस दुःख भरे समय में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ट नेता ने ऐसा बयान दे दिया है। जिसको लेकर सियासी बखेड़ा खड़ा हो सकता है।

श्रीदेवी की मौत

दरअसल, 28 फरवरी की तड़के सुबह जब श्रीदेवी की अंतिम विदाई के तैयारी चल रही थी, तभी सुब्रमण्यम स्वामी ने एक बयान दे डाला। स्वामी के इस बयान को लोग उनका पागलपन बता रहे हैं तो कोई इसे मौत के बाद लगा सदमा।

स्वानी ने कहा, ‘मुझे ऐसा लगता है कि ये हत्या है। हालांकि, मैं ये बात दावे से नहीं कह सकता, क्योंकि घटना विदेश में हुई है। अगर भारत में ऐसा कुछ होता, तो मैं अपने सूत्रों से पता करवा सकता था’।

उन्होंने कहा मेरे पास कई लोग होते, जिनसे सच जानने में मदद मिल सकती थी, जैसे सुनंदा पुष्कर (शशि थरूर की पत्नी) के मामले में हुआ था।

स्वामी ने कहा कि सच तो ये है कि श्रीदेवी कभी हार्ड ड्रिंक्स को हाथ तक नहीं लगाती थीं। वो अपनी सेहत का बहुत ख्याल रखती थीं। फिर ऐसा कैसे हो सकता है कि उनके खून में शराब के अंश मिले हों?

आगे उन्होंने कहा कि उन्हें जबरन शराब पिलाई गई होगी। दूसरी बात ये कि कोई बाथटब में कैसे डूब सकता है, जब तक उसे ज़बरदस्ती डुबाया न जाए। मैं चाहता हूं कि इसकी जांच दोबारा शुरू हो’।

स्वामी यहीं नहीं रुके इसके बाद उन्होंने अलग ही राग छेड़ते हुए मोस्ट वॉन्टेड क्रिमिनल दाऊद इब्राहिम का ज़िक्र छेड़ दिया। बोले, ‘सिनेमा एक्ट्रेसेस और दाऊद के जो रिश्ते हैं, नाजायज़ रिश्ते हैं, उन पर हमें थोड़ा ध्यान देना पड़ेगा।’

उन्होंने कहा कि हमें पहले प्रॉसिक्यूशन के बयान का इंतज़ार करना चाहिए। क्योंकि मीडिया रिपोर्ट्स लगातार बदल रही हैं। जब श्रीदेवी शराब नहीं पीती थीं, तो ये उनके शरीर में कैसे गई। CCTV को क्या हुआ? और डॉक्टर भी अचानक मीडिया के सामने आकर कहने लगा कि उनकी मौत हार्ट फेल होने की वजह से हुई है।

ऐसा पहली बार नहीं है जब स्वामी ने ऐसे सवाल खड़े किए हों। इससे पहले के कुछ बयान।

1- अगर महात्मा गांधी को वक्त पर अस्पताल ले जाया जाता, तो उन्हें बचाया जा सकता था।

2- प्रियंका गांधी को लोग पसंद नहीं करते हैं। वो शराब पीती हैं और बहुत बदनाम हैं।

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3- रघुराम राजन अमेरिका के दिए ग्रीन कार्ड की वजह से इस देश में हैं और इसीलिए वो मानसिक रूप से पूरी तरह भारतीय नहीं हैं।

4- रावण और उसकी पत्नी मंदोदरी उत्तर प्रदेश के रहने वाले दलित थे।

5- यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू कीजिए, संस्कृत सीखना और वंदे मातरम गाना अनिवार्य कीजिए साथ ही साथ भारत को एक हिंदू-राष्ट्र घोषित कीजिए।

6- गे होना एक मेंटल डिसऑर्डर है। इसके इलाज के लिए हॉस्पिटल जाना चाहिए।

खैर ये तो हो गई बयानबाजी। अब आते हैं वास्तविकता पर। क्या भाजपा नेता के इस बयान पर उनके सहयोगी दल की सांसद और बॉलीवुड अदाकारा हेमा मालिनी और किरन खेर सहमत होंगी। क्योंकि दोनों ही इंडस्ट्री से ताल्लुक रखती हैं। हेमा मालिनी जहां मथुरा से सांसद हैं, वहीँ किरन खेर चंडीगढ़ से सांसद हैं। क्या ये दोनों स्वामी की बात से सहमत होंगी?

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