श्री श्री राधा रमण बिहारी मंदिर में दो दिवसीय भगवत गीता सेमिनार की हुई शुरुआत

श्री श्री राधा रमण बिहारी मंदिर (इस्कॉन) सुशांत गोल्फ सिटी, लखनऊ द्वारा श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के उपरांत दो दिवसीय भगवत गीता सेमिनार का आयोजन किया गया। “मैं कौन हूं” का परिचय कराया इस्कॉन मंदिर अध्यक्ष अपरिमेय श्यामदास प्रभु ने इस दौरान वहां पर सभी को करवाया। दो दिवसीय सेमिनार के प्रथम दिवस 10.09.2022 को मुख्य अतिथि के रूप में रमापति शास्त्री, भूतपूर्व मंत्री एस०सी०/एस०टी० कल्याण निगम व अति विशिष्ट अतिथि के रूप में जनार्दन प्रसाद तिवारी, उपाध्यक्ष, भारतीय जनता पार्टी गोंडा एवं दिनेश श्रीवास्तव ने दीप प्रज्वलित कर सेमिनार का प्रारंभ किया।

प्रथम दिवस मंदिर अध्यक्ष एवं वक्ता अपरिमेय श्यामदास प्रभु ने बताया कि अधिकतर संसार मे हम अपनी पहचान अपने नाम, ख्याति एवं अपने शरीर से करते हैं, लेकिन वास्तव में हम भगवान के अंश हैं। हम जीवात्मा हैं और हम जितना सुख लेना चाह रहे हैं, वह शरीर के स्तर पर पा लेना चाह रहे हैं। शरीर से मिलने वाला सुख क्षणिक है स्थाई सुख नही है। स्थायी सुख ऐसा सुख है, जो निरन्तर बढ़ता जाए उसे आनंद बोलते हैं।

आनंद को प्राप्त करने के लिये हमे आध्यात्मिक जीवन को गंभीरता से लेना पड़ेगा फिर निश्चित रूप से हम आनंद को प्राप्त कर सकते हैं और आध्यात्मिक आनंद की प्राप्ति के लिये अध्यात्मिक ज्ञान का होना अति आवश्यक है। बिना आध्यात्मिक ज्ञान के कोई भी व्यक्ति आध्यात्मिक जीवन को सही तरीके से नही अपना सकता। सामान्य तौर पर देखा जाता है कि संसार मे बहुत सारे ऐसे लोग हैं जो आध्यात्मिक जीवन को अपनाने में वास्तव में आध्यात्मिक ज्ञान को गंभीरता से नहीं लेते और कोई भी ज्ञान तब एक फलीभूत नहीं होता जब तक क्रमबद्ध तरीके से न लिया जाए तो वह ज्ञान हमारे जीवन पर प्रभाव नहीं डालता। अतः वह ज्ञान हमारे हृदय में उतर नहीं पाता। इसी प्रकार से आध्यात्मिक जीवन को क्रमबद्ध तरीके से लेना चाहिए और इसी परम्परा में दो दिवसीय सेमिनार रखा गया। इसके बाद 64 दिनों की क्लासेस का कोर्स होगा। इसमे लोगों को उचित तरीके से आध्यात्मिक दिशा दी जाएगी।

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