‘पूर्वी पाकिस्तान’ का वो शराबी डायरेक्टर जिसे भारतीय फिल्मों में भगवान, अल्लाह और गॉड दिखाई देते थे

ऋत्विक घटकमुंबई: अपने जमाने के मशहूर फिल्म निर्माता ऋत्विक घटक का आज जन्मदिन है. ऋत्विक एक बंगाली भारतीय फिल्म निर्माता और पटकथा लेखक थे. भारतीय फिल्म निर्देशकों के बीच घटक का स्थान सत्यजीत रे और मृणाल सेन के समान है.

उनका जन्म 4 नवंबर 1925 में बंगाल (पूर्वी पाकिस्तान) के ढाका में हुआ था. उन्होंने फिल्म जगत को ज्यादा फिल्म नहीं दी लेकिन जो दी वह किसी धमाके से कम नहीं थीं. उनके विचार आज भी लोगों को इंस्पायर कर रहे हैं.

उन्हें ये दुनिया कुछ खास रास नहीं आती थी. इसलिए सारे काम छोड़कर बीड़ी, शराब पीते रहते थे. दुनिया के महान फिल्मकारों में गिने जाते हैं. सत्यजीत रे उनकी खूब प्रशंसा करते थे. विश्व भर में फिल्म स्कूलों में उन्हें आज पढ़ा जाता है.

वैसे तो उन्होंने कई ज्ञानवर्धक विचारों से दुनिया को अवगत कराया. ये ऐसे विचार जो चकित और समृद्ध करेंगे.

उन विचारों में से एक ये भी है उन्होंने कहा था, ‘आर्ट में सबकुछ जायज है. महत्वपूर्ण प्रश्न यह है कि जो लोग ज़ोरदार ढंग से न्यूडिटी और किसिंग का सपोर्ट करते हैं क्या वो कला के बारे में सोचते हुए ऐसा करते हैं, या फिर वे जल्दी रोकड़ा कमाने के लिए ऐसा करना चाहते हैं? ठीक उसी समय मैं चाहूंगा कि हमारी भारतीय संस्कृति के कट्‌टर रुढ़िवादी रखवाले, हमारी प्राचीन गुफाओं और मंदिरों में जाएं और ख़ुद देखें कैसे हमारे पूर्वजों ने इस विषय का सामना किया था. असल बात तो यह है कि हमारे मुनाफा-कमाने वाले समाज में दोनों ही पक्षों के लोग अपना-अपना स्वार्थ पूरा करना चाहते हैं. इनमें से कोई भी स्वार्थरहित आलोचक या कला का सच्चा प्रेमी नहीं है. इसीलिए मैं इस चूहा-दौड़ में शामिल ही नहीं होना चाहता.’

उनके इस विचार से ऐसा लगता है कि वह सिर्फ लोगों के दर्द को पर्दे पर दिखाकर पूरी दुनिया को बताना चाहते थे. इसके साथ ही इस विचार में भी उनका दर्द छलक रहा है.

उन्होंने कहा, ‘फिल्मों में अभिनय असल में, डायरेक्टर और एक्टर्स के बीच गहरे तालमेल के बाद जन्मता है और खेद है कि वो भारत में गायब है.’

 

6 फरवरी 1976 को उन्होंने अंतिम सांस लेकर दुनिया को अलविदा कह दिया.

LIVE TV