कर्नाटक। शहर में क्राइम और मर्डर के साथ-साथ कुकर्म की वारदातें इस कदर बढ़ गयी हैं। मानो जैसे थमने का नाम न ले रही हो। ऐसा ही दिल दहला देने वाला मामला बैलहोगल के वन्नूर इलाके से सामने आया है। यहां एक 21 साल के युवक ने नशे की हालत में ढाई साल की एक मासूम बच्ची से रेप किया और फिर उसे जिंदा दफनाने की कोशिश कर रहा था तो
वहां से गुजर रहे स्थानिय लोगों ने उसे पकड़ लिया फिर उसे मारा-पीटा जिससे वो घायल हो गया। उसके बाद पुलिस के हवाले कर दिया। बच्ची की हालत देखते हुए स्थानीय लोगों ने उसे बेलागवी सिविल अस्पताल पहुंचाया जहां उसकी हालत गंभीर बताई चा रहा है।
दरअसल यह घटना शनिवार को बैलहोगल के वन्नूर में हुई थी। पुलिस ने बताया कि आरोपी ने वन्नूर के आंगनवाड़ी के बाहर खेल रही मासूम बच्ची को उठा लिया और सुनसान जगह ले जाकर उससे कुकर्म किया। उसके बाद गंभीर अवस्था में लड़की को जिंदा गाड़ने की कोशिश कर रहा था, तो वहां से जा रहे कुछ लोगों ने उसे देख लिया। उन्होंने उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।
पुलिस की जांच के बाद आरोपी की पहचान 21 वर्षीय सुभाष नायक के रूप में हुई है। आरोपी को भी बेलागवी सिविल अस्पताल में मेडिकल चेकअप के लिए लाया गया है। वन्नूर इलाके के इस मामले से भड़के लोगों ने आरोपी को मारने के लिए अस्पताल को घेर लिया और उन्होंने पुलिस से कहा आरोपी को मुझे सौंप दें। पुलिस ने जमा हुई भीड़ को समझा बुझाकर चुप कराया और आरोपी को कब्ज़े में ले लिया। लोगों ने अस्पताल परिसर में धरना प्रदर्शन भी किया।
गौरतलब है कि राजधानी दिल्ली में भी शनिवार को एक मासूम के साथ रेप की घटना हुई। गांधी नगर इलाके के टैगोर पब्लिक स्कूल में एक चपरासी ने पांच साल की मासूम बच्ची से बलात्कार किया। शाहदरा की पुलिस उपायुक्त नुपूर प्रसाद ने बताया आरोपी 40 वर्षीय विकास को हुरीसत में लिया गया है। विकास स्कूल में बीते तीन सालों से काम कर रहा था। कहा जाता है इससे पहले वह इसी स्कूल में सुरक्षा गार्ड के रूप में काम करता था। पुलिस के मुताबिक वह बच्ची को सुबह करीब 11 बजकर 45 मिनट पर एक खाली रूम में ले गया और उसके साथ बलात्कार किया फिर उसे चुप रहने की धमकी भी दी। यह शर्नाक मामला तब सामने आया, जब पीड़ित लड़की ने अपनी मां से अपना दर्द बयान करते हुए अपने गुप्तांग से खून आने की बात कही।
लड़की को एक अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सा जांच के बाद बलात्कार की पुष्टि हुई। पुलिस के मुताबिक, घटना के बाद डरी सहमी बच्ची को काउंसिलिंग के लिए भेजा गया है। इस दौरान उसने पुलिस को आरोपी की हुलिया बताई। विकास को जैसे ही पता चला कि पुलिस उसे ढुंढ रही है तो वो कुछ घंटों के लिए वहां से भाग निकला। बहरहाल पॉस्को कानून के तहत उसे गिरफ्तार कर लिया गया। इस घटना की जानकारी मिलते ही पीड़िता के क्रोधित माता-पिता स्कूल के बाहर इकट्ठा हो गए और उन पर स्टाफ का पूरी बैकग्राउंड बिना चेक करे उन्हें काम पर रखने का आरोप लगाने लगे। फिलहाल स्कूल प्रशासन की ओर से कोई बयान नहीं आया है।
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