गोवा तट पर विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत पर सवार नौसैनिकों से बातचीत में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस्लामाबाद को कड़ी चेतावनी दी है

गोवा तट पर विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत पर सवार नौसैनिकों से बातचीत में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस्लामाबाद को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि भारत आतंकवाद से निपटने के लिए उन तरीकों का इस्तेमाल करने से नहीं हिचकिचाएगा, जिनके बारे में पाकिस्तान सोच भी नहीं सकता। उन्होंने भारतीय नौसेना की “खामोश सेवा” की सराहना करते हुए कहा, “भारतीय नौसेना ने अपनी खामोश सेवा से हर भारतीय को प्रभावित किया है। खामोश रहकर भारतीय नौसेना ने पाकिस्तानी सेना को बांधे रखने में सफलता पाई है।”
उन्होंने कहा, “चुप रहकर भारतीय नौसेना पाकिस्तानी सेना को बांधने में सफल रही। जरा सोचिए कि जो चुप रहकर भी देश की सेना को ‘बोतल में बंद’ रख सकता है, वह बोलेगा तो क्या होगा?” रक्षा मंत्री ने आगे कहा, “इस बार पाकिस्तान को भारतीय नौसेना की मारक क्षमता का सामना नहीं करना पड़ा, लेकिन दुनिया जानती है कि अगर पाकिस्तान इस बार कोई नापाक हरकत करता है, तो संभव है कि इस बार शुरुआत हमारी नौसेना के हाथों हो।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पाकिस्तान को यह स्पष्ट रूप से समझ लेना चाहिए कि भारत के खिलाफ उसकी आजादी के बाद से ही वह जो आतंकवाद का “खतरनाक खेल” खेल रहा है, वह खत्म हो चुका है। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर महज एक सैन्य कार्रवाई नहीं है, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ भारत का सीधा हमला है। रक्षा मंत्री ने भारत के ब्रह्मोस हमलों के संबंध में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ द्वारा की गई स्वीकारोक्ति को भी रेखांकित करते हुए कहा, “कल ही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने यह बात दोहराई थी, लेकिन भारत ने स्पष्ट रूप से कहा है कि यदि बातचीत होगी तो वह आतंकवाद और पीओके पर होगी।