राजनाथ सिंह ने INS विक्रांत का दौरा किया, नौसेना अधिकारियों से मिले

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को भारत के पहले स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत का दौरा किया।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को भारत के पहले स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत का दौरा किया। गौरतलब है कि ऑपरेशन सिंदूर की शानदार सफलता के बाद उन्होंने आईएनएस विक्रांत का दौरा किया, जिसमें भारतीय नौसेना ने अपनी ताकत और सामरिक क्षमता का परिचय दिया था। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान आईएनएस विक्रांत को अरब सागर में तैनात किया गया था और रक्षा मंत्री नौसेना के अधिकारियों और सैनिकों से मिलकर उनका हौसला बढ़ाएंगे और ऑपरेशन की सफलता पर चर्चा करेंगे। ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद यह दौरा नौसेना अधिकारियों का मनोबल बढ़ाएगा।

ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय नौसेना ने अपने कैरियर बैटल ग्रुप के साथ उत्तरी अरब सागर में अग्रिम तैनाती की। इस समूह का नेतृत्व आईएनएस विक्रांत ने किया, जिसमें विध्वंसक और स्टील्थ गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट जैसे 8 से 10 युद्धपोत शामिल थे। इस तैनाती ने पाकिस्तान को यह स्पष्ट संदेश दिया कि अगर उसने तनाव बढ़ाया तो भारतीय नौसेना न केवल उसके युद्धपोतों को बल्कि जमीनी ठिकानों को भी निशाना बना सकती है। नतीजतन, पाकिस्तानी नौसेना कराची नौसैनिक अड्डे से बाहर निकलने की हिम्मत नहीं जुटा पाई और युद्धविराम की मांग की।

पाकिस्तान INS विक्रांत से डरा हुआ है और यह कोई छुपी हुई बात नहीं है। दरअसल, पाकिस्तान की नौसेना की ताकत सीमित है और उसके पास 30 से भी कम युद्धपोत हैं। इसके विपरीत, INS विक्रांत अपने कैरियर बैटल ग्रुप के साथ एक शक्तिशाली युद्ध इकाई है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान इसकी अग्रिम तैनाती ने पाकिस्तानी नौसेना को कराची बंदरगाह छोड़ने से रोक दिया था। यह जहाज न केवल समुद्र में युद्धपोतों को निशाना बना सकता है, बल्कि इसके लड़ाकू विमान और मिसाइलें ज़मीनी ठिकानों पर भी सटीक हमले कर सकती हैं।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का जश्न मनाने और नौसेना बलों का मनोबल बढ़ाने के लिए आईएनडी विक्रांत का दौरा कर रहे हैं। इससे पहले उन्होंने श्रीनगर में सेना और भुज में वायुसेना के अधिकारियों से मुलाकात की थी। आईएनएस विक्रांत पर उनकी मौजूदगी नौसेना की ताकत का संदेश देगी और भारत की रक्षा नीति को और मजबूत करेगी।

LIVE TV