
जम्मू-कश्मीर में मूसलाधार बारिश ने तबाही मचा दी है, जिसके चलते बाढ़, भूस्खलन और बड़े पैमाने पर बुनियादी ढांचे को नुकसान हुआ है। जम्मू से लेकर डोडा और कश्मीर घाटी तक भारी बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। कई पुल टूट गए, बिजली लाइनें और मोबाइल टावर क्षतिग्रस्त हो गए, और सड़क व रेल यातायात ठप हो गया है। श्रीनगर और अनंतनाग में झेलम नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जिससे कई इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है।

वैष्णो देवी मार्ग पर भूस्खलन, 34 की मौत
श्री माता वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर रियासी जिले के अर्द्धकुंवारी में इंद्रप्रस्थ भोजनालय के पास मंगलवार दोपहर करीब 3 बजे हुए भूस्खलन में मरने वालों की संख्या 34 तक पहुंच गई है। इसमें उत्तर प्रदेश के 11 लोग शामिल हैं। बचाव दल ने मलबे से कई शव बरामद किए, और आशंका है कि अभी भी कुछ लोग मलबे में फंसे हो सकते हैं। हादसे के बाद वैष्णो देवी यात्रा को लगातार तीसरे दिन गुरुवार को भी निलंबित रखा गया है।
जम्मू में रिकॉर्ड तोड़ बारिश, श्रीनगर में बाढ़ का खतरा
जम्मू में पिछले 24 घंटों में 380 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो 115 वर्षों में सबसे अधिक है। यह अगस्त माह में दूसरी सबसे बड़ी बारिश है, जिसने 1926 के 228.6 मिमी के रिकॉर्ड को भी चुनौती दी। तवी नदी का जलस्तर अब घट रहा है, लेकिन कश्मीर घाटी में झेलम नदी ने श्रीनगर के राम मुंशी बाग और अनंतनाग के संगम में बाढ़ की चेतावनी के निशान को पार कर लिया। कई कस्बों और गांवों में जलजमाव के कारण लोग घरों में फंस गए, जिन्हें पुलिस और एसडीआरएफ ने नावों के जरिए सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। अनंतनाग में लिद्दर नदी में फंसे 22 लोगों को बचाया गया।
आवागमन और संचार सेवाओं पर असर
भारी बारिश और भूस्खलन ने जम्मू-पठानकोट और जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्गों को बंद कर दिया। कठुआ में सहार खड्ड नाले के उफान के कारण जम्मू-पठानकोट राजमार्ग पर लॉगट मोड़ के पास एक पुल क्षतिग्रस्त हो गया, जिससे छोटे वाहनों को वैकल्पिक मार्ग से भेजा जा रहा है। कटड़ा में भूस्खलन के कारण रेल सेवाएं ठप हैं, जिससे 58 ट्रेनें रद्द की गईं, 46 को गंतव्य से पहले रोका गया, और 18 को अन्य स्टेशनों से चलाया गया। कटड़ा बस अड्डे पर श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ गई है, और प्रशासन ने कुछ बसों को डायवर्ट कर राहत देने की कोशिश की है। संचार सेवाएं भी प्रभावित हैं, हालांकि जियो और एयरटेल ने कुछ क्षेत्रों में 2जी सेवाएं बहाल की हैं।
बिजली और पानी की आपूर्ति बाधित
जम्मू में बिजली लाइनें और मोबाइल टावर क्षतिग्रस्त होने से बिजली और इंटरनेट सेवाएं ठप हैं। लखनपुर में माधोपुर बैराज के दो गेट टूटने से एक गेटमैन फंस गया था, जिसे हेलिकॉप्टर से बचाया गया। सीआरपीएफ के एक कैंप में 22 जवान और एक श्वान को भी रेस्क्यू किया गया। जम्मू शहर के जनिपुर, रूप नगर, तलाब तिल्लू, ज्वेल चौक और संजय नगर जैसे इलाकों में जलजमाव से घरों में पानी घुस गया और कई वाहन बह गए।
बचाव और राहत कार्य तेज
सेना, एनडीआरएफ, और एसडीआरएफ की टीमें राहत कार्यों में जुटी हैं। जम्मू में 3,500 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। भारतीय वायुसेना ने पांच एमआई-17 और एक चिनूक हेलिकॉप्टर तैनात किए हैं। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए श्रीनगर से जम्मू पहुंचकर प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को स्थिति से अवगत कराया। केंद्र सरकार ने हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने एनएचएआई और पीडब्ल्यूडी को सड़कों की मरम्मत में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।
आज और कल फिर बारिश की चेतावनी
मौसम विज्ञान केंद्र श्रीनगर ने 28 और 29 अगस्त को जम्मू संभाग और दक्षिण कश्मीर में बारिश की चेतावनी दी है, जबकि 30 अगस्त से 1 सितंबर तक भारी बारिश के आसार हैं। 2 से 5 सितंबर तक मौसम में उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है। मौसम विभाग ने लोगों से नदियों, नालों और भूस्खलन संभावित क्षेत्रों से दूर रहने की सलाह दी है।
शैक्षणिक संस्थान बंद, प्रशासन अलर्ट
शिक्षा मंत्री सकीना इत्तू ने खराब मौसम के कारण गुरुवार, 28 अगस्त को जम्मू-कश्मीर में सभी स्कूल और कॉलेज बंद रखने की घोषणा की है। जम्मू में सोमवार से स्कूल बंद हैं, और कश्मीर के छह जिलों—अनंतनाग, कुलगाम, पुलवामा, शोपियां, बडगाम और श्रीनगर—में बुधवार को एहतियातन शैक्षणिक संस्थान बंद किए गए थे। प्रशासन ने आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर (+91 9906019460, +91 9906019446) जारी किए हैं।