गिलानी के वीडियो से पाकिस्तान हुआ शर्मसार, ISI को लगा बड़ा झटका

जम्मू कश्मीर अलगाववादी नेता की कुछ दिन पहले मौत हो गई थी। मौत के कुछ दिन पहले  एक वीडियो जारी किया गया था, जो वीडियो पाकिस्तानी आईएसई की खुफिया एजेंसी के लिए शार्मिदगी का कारण बन गया। गिलानी के मौत से पहले उसने अपना उत्तराधिकारी नियुक्त कर दिया था।

सितंबर मे गिलानी की  मौत हो गई थी, आईएसआई को लग रहा था कि वरिष्ठ अलगाववादी नेता गिलानी मसरत आलम को अपना उत्तराधिकारी बनाएगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। वहीं गिलानी की मौत से पहले एक वीडियो बनाई गई थी जिसे सोमवार को जारी किया गया इस वीडियो को पाकिस्तान के नेताओ और पत्रकारो ने जारी किया था जिसे देख आईएसआई हेडक्वार्टर इस वीडियो को देख कर खुश नहीं था। आगे कहा कि  इन लोगों ने मामले को ठीक ने हैंड़ल नहीं किया।

आईएसआई सोच रहे थे कि मसरत आलम को उत्तराधिकारी बनाया जाएं, लेकिन वीडियो देखने के बाद उनके मंसूबों पर पानी फिर गया।मसरत को गिलानी के मौत के बाद ऑल पार्टीज हुर्रियत कॉन्फ्रेस या तहरिके हुर्रियत का चेयरमैन घोषित किया गया हैं, श्रीनगर में हुर्रियत ने एक बयान में कहा कि हमारे लाइफटाइम चेयरमैंन गिलानी और मुहम्मद अशरफ की मौत को लेकर कहा कि यह हुर्रियत के लिए एक बड़ा नुकसान  हैं लेकिन इस सभी को देखते हुए एक नया चेयमैन बनाना काफी जरुरी था, इसलिए मसरत आलम को हुर्रियत का नया चेयरमैन बनाया गया।

बात दें कि मसरत आलम  दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद था। वह  1990 से  दो दशक तक तिहाड़ जेल में बंद था, उसे 17 अप्रेल 2015 को पाकिस्तानी नारे और झंडा फहराने के लिए गिरफ्तार किया गया था।

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