नए संसद भवन से पानी लीक होने पर विपक्ष ने केंद्र पर साधा निशाना: ‘बाहर पेपर लीक, पानी…’

राष्ट्रीय राजधानी में कल शाम से लगातार बारिश हो रही है। गुरुवार को मौसम विभाग ने और बारिश होने का अनुमान जताया है। जलभराव की कई खबरें हैं, वहीं विपक्ष ने नए संसद भवन से पानी के रिसाव की तस्वीरें भी साझा की हैं। बुधवार को शहर के बड़े हिस्से जलमग्न हो गए, जिससे प्रमुख मार्गों पर यातायात बाधित हो गया और सड़कें नदियों जैसी दिखने लगीं, जिससे लोग फंस गए।

भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, पूर्वी दिल्ली के मयूर विहार इलाके में सलवान स्टेशन ने बुधवार सुबह 8.30 बजे से गुरुवार सुबह 7.15 बजे तक 147.5 मिमी बारिश दर्ज की। नजफगढ़ स्टेशन ने 113 मिमी बारिश दर्ज की और लोधी रोड, दिल्ली विश्वविद्यालय और सफदरजंग वेधशालाओं ने क्रमशः 107.5 मिमी, 104.5 मिमी और 105.6 मिमी बारिश दर्ज की। समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने नए संसद भवन से पानी के रिसाव का वीडियो ट्वीट करते हुए कहा, “इस नए संसद भवन से तो पुरानी संसद ही अच्छी थी, जहाँ पुराने सांसद भी आकर मिल सकते थे। क्यों न पुरानी संसद में वापस चला जाए, कम से कम तब तक तो जब तक अरबों रुपए से बनी संसद में पानी टपकाने का कार्यक्रम चल रहा है। लोग पूछ रहे हैं कि क्या भाजपा सरकार में बनी हर नई छत से पानी टपकना उनकी सोची-समझी योजना का हिस्सा है या…”

कांग्रेस के मणिकम टैगोर बी ने भी इसी तरह का एक वीडियो ट्वीट किया और कहा, “बाहर कागज लीक हो रहा है, अंदर पानी लीक हो रहा है। राष्ट्रपति द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली संसद लॉबी में हाल ही में पानी लीक होने से नए भवन में मौसम संबंधी गंभीर समस्याएं उजागर हुई हैं, जबकि निर्माण पूरा होने के एक साल बाद ही यह समस्या उत्पन्न हो गई है। इस मुद्दे पर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव पेश किया जा रहा है।”

मणिकम टैगोर ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस भी दिया, जिसमें “भारी बारिश के कारण कल संसद भवन के अंदर पानी के रिसाव के बाद संसद भवन का गहन निरीक्षण करने के लिए सभी दलों के सांसदों की एक विशेष समिति बनाने” का आग्रह किया गया।

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