सोमनाथ मंदिर विवाद में नया ट्विस्ट… साजिश के तहत फंसे राहुल, घर के भेदी ने दिया साथ

सोमनाथ मंदिरनई दिल्ली। सोमनाथ मंदिर में गैर हिंदू रजिस्टर में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का नाम दर्ज होने पर बवाल तो काफी हुआ। सत्ता पक्ष और विपक्ष में जवाबी पलटवार भी हुए। दोनों पार्टियों ने एक दूसरे पर अपने-अपने तरीके से कटाक्ष किया। पर इस मामले में कई कांग्रेसी नेताओं का दावा है कि रजिस्टर से जुड़े इस विवाद को हवा देने में घर के भेदी का हाथ है। उनका कहना है कि कांग्रेस का ये नेता बीजेपी में जाने की फिराक में है।

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ख़बरों के मुताबिक़ इस विवाद में सिर्फ मीडिया कॉर्डिनेटर मनोज त्यागी की ही भूमिका नहीं है, जिन्होंने जाने-अनजाने गैर हिन्दू विजिटर बुक में राहुल गांधी और अहमद पटेल का नाम लिखा, बल्कि पूरे मामले में एक टॉप लीडर का भी रोल सामने आ रहा है।

कहा जा रहा है कि इस कांड में सिर्फ मनोज त्यागी ही नहीं बल्कि और भी लोग शामिल थे, जो यह चाहते थे कि राहुल के सोमनाथ मंदिर दौरे में विवाद पैदा हो।

कांग्रेस के एक बड़े नेता ने बताया, ‘हमें पता है कि ये किसने किया है और क्यों किया है, इस काम को राहुल गांधी के दौरे को पलीता लगाने के लिए किया गया था, हो सकता है इसमें कुछ हद तक राहुल के राजनीतिक प्रतिद्वन्दी सफल हुए हैं।’

सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस का यह ‘घर का भेदी’ बीजेपी में शामिल होने के लिए पार्टी अध्यक्ष अमित शाह से एक दौर की बातचीत कर चुका है। कांग्रेस जल्द ही इस नेता को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा सकती है।

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इस विवाद के बाद राहुल गांधी को जनेऊधारी ब्रह्माण के रूप में प्रेजेंट करने पर भी कांग्रेस में दो मत है।

कांग्रेस का मानना है कि पार्टी के मीडिया सेल इंचार्ज रणदीप सुरजेवाला द्वारा राहुल गांधी को जनेऊधारी ब्रह्माण के रूप में पेश करना पार्टी की छवि के लिए ठीक नहीं है।

कहा यह भी जा रहा है कि इस मामले को पार्टी के वरिष्ठ नेता जनार्दन द्विवेदी सुलझा सकते थे और वह सुरजेवाला को इस मामले में गाइड कर सकते थे।

कांग्रेस का मानना है कि इस एक घटनाक्रम ने कांग्रेस के प्रगतिशील, समाजवादी सिद्धातों को काफी नुकसान पहुंचाया है।

इस मामले में अधिकतर कांग्रेसियों का यह भी कहना है कि घटना के तूल पकड़ने के बाद राहुल की निजी तस्वीरों को सार्वजनिक करना साफ़ तौर पर गलत रहा। ऐसा करने की कोई जरूरत नहीं थी।

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