
दिलीप कुमार
पिछले कुछ दिनों से चीन में कोविड के मामले बढ़ने लगे थे, जिस वजह से चाईना प्रशासन ने कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए कई बड़े प्रतिबंध लगाया था। ताजा जानकारी के मुताबिक चीन में अब संक्रमण के केस और तेजी बढ़ने लगा है।

इसी बीच चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने कोविड से लड़ने के अपने उपायों के आर्थिक प्रभाव को कम करने का संकल्प लिया है। चिनफिंग ने लंबे समय से चली आ रही उस कोविड कंट्रोल की स्ट्रैटेजी में बदलाव के संकेत दिए हैं, जिसने मृत्यु दर को कम किया था लेकिन दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था पर भारी देखने को मिल रहा था।
चीनी सरकार ने कोविड-19 के गंभीर मरीजों के लिए चिकित्सा संसाधनों को बचाने के लिए संक्रमण से ठीक हुए रोगियों के लिए आइसोलेशन की अनिवार्यता की अवधि को कम कर दिया है। यह फैसला देश में संक्रमण के मामलों के तेजी से बढ़ने के कारण लिया गया है।
यह फैसला पोलित ब्यूरो की स्थायी समिति की बैठक के दौरान महामारी की नयी लहर को रोकने के लिए लिया गया है। इस बैठक में राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने अधिकारियों से संक्रमण के प्रसार को तेजी से रोकने का आग्रह किया है।
शिन्हुआ के अनुसार चिनफिंग ने कहा कि देश ने जिस तरह से आर्थिक प्रगति की और कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई लड़ी है वह सराहनीय कदम है। उन्होंने कहा कि इस समय में देश ने दुनिया का नेतृत्व किया और महामारी की रोकथाम और नियंत्रण में अपनी ताकत और क्षमता का पूरी तरह से प्रदर्शन किया। ऐसा देश की कम्युनिस्ट पार्टी के नेतृत्व और समाजवादी ढांचे के कारण हो सका।
कोरोना संक्रमण के नियमों में बदलाब होने के बाद अब ठीक हुए लोगों को अब अपने घर में केवल सात दिनों के आईसोलेशन में रहकर स्वास्थ्य की निगरानी करनी होगी। जबकि इससे पहले यह अवधि 14 दिनों की थी। इस बीच चीन में गुरूवार को कोविड-19 के 2400 से अधिक नये मामले सामने आए हैं।
आपको बता दें ब्लूमबर्ग के अनुसार चीनी सरकार पहली बार ऐसा करने जा रही है, जब शी ने 2020 में कोविड महामारी की शुरुआत के बाद से एक पोलित ब्यूरो की बैठक में कोविड की रोकथाम की आर्थिक लागत को कम करने पर जोर दिया है। वो भी उस समय जब चीन कोविड -19 संक्रमण के सबसे खराब दौर से गुजर रहा है।