NEET: बिहार सरकार ने तथ्य छिपाने के आरोप में PWD के 3 अधिकारियों को किया निलंबित, तेजस्वी के PS की संलिप्तता का भी आरोप

नीट विवाद के सिलसिले में कम से कम तीन अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने गुरुवार को यह भी आरोप लगाया कि राजद नेता तेजस्वी यादव के निजी सचिव भी इस विवाद से जुड़े हैं। बिहार जैसे राज्यों में प्रश्नपत्र लीक होने और प्रतिष्ठित परीक्षा में अन्य अनियमितताओं के आरोप लगे हैं। जिसके बाद केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने कथित अनियमितताओं के संबंध में बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई से रिपोर्ट मांगी है।

बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने गुरुवार को दावा किया कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव के सहयोगी कथित पेपर लीक और नीट-यूजी 2024 विवाद की गड़बड़ी से जुड़े हैं। बिना आवंटन के नियुक्ति करने, तथ्य छिपाने, विभाग को गुमराह करने के आरोप में पीडब्ल्यूडी के अधिकारी प्रदीप कुमार, धर्मेंद्र कुमार धर्मकांत (जेई) और अधीक्षण अभियंता उमेश राय को निलंबित कर दिया गया है।

एक प्रेस वार्ता में सिन्हा ने दावा किया कि तेजस्वी यादव के सहयोगी प्रीतम कुमार ने बिहार सड़क निर्माण विभाग (आरसीडी) के एक कर्मचारी को फोन कर इंजीनियर सिकंदर प्रसाद यादवेंदु के लिए कमरा बुक करने को कहा था, जिसने पहले प्रवेश परीक्षा विवाद में एक ‘मंत्री जी’ की कथित संलिप्तता का खुलासा किया था। सिकंदर प्रसाद यादवेंदु ने दावा किया कि उन्होंने अपने भतीजे अनुराग यादव, जो NEET परीक्षा में शामिल होने वाला है, उसकी मां और अन्य साथियों को पटना में सरकारी बंगले में रहने की सलाह दी थी। अनुराग यादव फिलहाल परीक्षा में अनियमितताओं के मामले में जेल में है।

बिहार के उपमुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि प्रीतम कुमार द्वारा प्रदीप को किए गए कॉल डिटेल मौजूद हैं। सिन्हा ने कहा, “मैं इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग करता हूं। वे सत्ता से बाहर हैं, लेकिन लाखों अभ्यर्थियों के भविष्य के साथ खेलना चाहते हैं।” उन्होंने आगे बताया कि कमरा बुकिंग के मामले में उन्होंने प्रदीप समेत सड़क निर्माण विभाग के तीन कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है।

हालांकि, बिहार एनएचएआई ने आरोपियों के उनके गेस्ट हाउस में ठहरने की खबरों को खारिज करते हुए एक बयान में कहा कि उनके पास “पटना में कोई गेस्ट हाउस की सुविधा नहीं है”। बयान में कहा गया है, “प्रेस के कुछ वर्गों ने रिपोर्ट की है कि NEET पेपर लीक मामले से संबंधित आरोपी पटना में NHAI के गेस्ट हाउस में रुके थे। NHAI यह स्पष्ट करना चाहता है कि NHAI के पास पटना में कोई गेस्ट हाउस की सुविधा नहीं है।”

अपने कबूलनामे में सिकंदर प्रसाद यादवेंदु ने लिखा है कि उसके भतीजे ने उसे “जैसा वादा किया था” वांछित परिणाम मिलने की जानकारी दी थी। इंजीनियर ने यह भी बताया कि वह एक रैकेट के संपर्क में था, जो NEET, UPSC और अन्य परीक्षाओं के अभ्यर्थियों के प्रश्नपत्र लीक करने में माहिर था। यादवेंदु ने यह भी दावा किया कि उन्होंने अन्य उम्मीदवारों आयुष राज, शिवनंदन कुमार, अभिषेक कुमार, अनुराग यादव और अनुराग की मां रीना के लिए भी व्यवस्था की थी।

इस बीच, इससे पहले दिन में अपने स्वीकारोक्ति पत्र में अनुराग यादव ने स्वीकार किया कि उसे जो लीक हुआ प्रश्नपत्र उपलब्ध कराया गया था, वह वास्तविक परीक्षा के प्रश्नपत्र से मेल खाता था।

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