MP: धार्मिक नगरी उज्जैन में कोरोना मृत्यु दर 19 प्रतिशत, राष्ट्रीय औसत से कहीं ज्यादा…
मध्यप्रदेश। जहां देश में कोरोना वायरस की मार बढ़ती जा रही है तो वहीं कुछ राज्य ऐसे हैं जो इस वैश्विक महामारी के दलदल में और फंसते जा रहे हैं. भगवान महाकाल और धार्मिक स्थलों का केंद्र माना जाने वाला शहर उज्जैन मुश्किल में है. वहां रविवार सुबह की स्थिति में कोरोना के मरीजों की मृत्यु दर करीब 19 प्रतिशत दर्ज की गई. यह मृत्यु दर 3.35 प्रतिशत के राष्ट्रीय औसत के साढ़े पांच गुने से भी ज्यादा है.
आधिकारिक जानकारी के मुताबिक, उज्जैन जिले में रविवार सुबह तक कोविड-19 के कुल 237 मरीज मिले हैं। इनमें शामिल एक पुलिस निरीक्षक और एक भाजपा पार्षद समेत 45 मरीजों की मौत हो चुकी है, जबकि 94 लोगों को संक्रमणमुक्त होने पर अस्पतालों से छुट्टी दी जा चुकी है।
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उज्जैन में एक भी सरकारी चिकित्सा महाविद्यालय नहीं है और कोविड-19 मरीजों के इलाज का भार निजी क्षेत्र के आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज के 750 बिस्तरों वाले अस्पताल पर है। इसके अलावा, पड़ोसी शहर इंदौर के एक निजी अस्पताल में भी उज्जैन के गंभीर मरीजों के लिये 100 बिस्तर आरक्षित किये गए हैं।
पूर्व विधायक जीतेंद्र डागा कोरोना पॉजिटिव, पूरे परिवार को किया गया क्वारंटीन
भोपाल में पूर्व विधायक की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उनके पूरे परिवार को क्वारंटीन किया गया है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार पूर्व विधायक ने लॉकडाउन के दौरान कई ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा किया है। इसके अलावा वे कई कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से भी मिले हैं।
ये भी बताया जा रहा है कि डागा के परिवार के कुछ सदस्यों को हल्की सर्दी और खांसी की शिकायत है। रिपोर्ट आने के बाद डागा को चिरायु अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
वहीं एयरपोर्ट के नजदीक उनके निवास स्थान के तीन किलोमीटर इलाके को कंटेनमेंट एरिया घोषित कर दिया गया है। इस इलाके में बैरिकेटिंग की जा रही है। शाम तक कुछ और सैंपल की रिपोर्ट आने की उम्मीद है। इससे राजधानी में मरीजों की संख्या में और इजाफा होने का अनुमान है।
इंदौर में मृतकों की संख्या 89 हुई, अब तक 1858 लोग संक्रमित
देश में कोरोना वायरस के प्रकोप से सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में शामिल इंदौर में इस महामारी से दो और मरीजों की मौत की पुष्टि की गई है। इसके साथ ही, जिले में इस महामारी की चपेट में आकर दम तोड़ने वाले मरीजों की संख्या बढ़कर 89 पर पहुंच गई है।
पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस के 78 और मरीज मिलने के बाद जिले में इस वायरस से संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढ़कर 1,858 हो गई है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) प्रवीण जाडिया ने रविवार को बताया कि कोविड-19 से संक्रमित 85 वर्षीय महिला और 69 वर्षीय पुरुष ने पिछले दो दिन के दौरान यहां एक निजी अस्पताल में आखिरी सांस ली। उन्होंने बताया कि दोनों मरीज नजदीकी कस्बे महू के रहने वाले थे और उच्च रक्तचाप व अन्य बीमारियों से पहले ही जूझ रहे थे।
24 घंटे में 78 नए मामले सामने आए
सीएमएचओ ने बताया कि जिले में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस के 78 और मरीज मिले। इसके बाद इस महामारी की जद में आए लोगों की तादाद 1,780 से बढ़कर 1,858 पर हो गई है। हालांकि, इनमें से 891 मरीजों को इलाज के बाद संक्रमण मुक्त होने पर अस्पतालों से छुट्टी दी जा चुकी है।
ताजा आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि रेड जोन में शामिल इंदौर जिले में रविवार सुबह की स्थिति में कोविड-19 के मरीजों की मृत्यु दर 4.79 प्रतिशत थी।
हालांकि, गुजरे एक महीने के दौरान इस मृत्यु दर में सिलसिलेवार रूप से गिरावट दर्ज की गई है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक नौ अप्रैल की सुबह की स्थिति में जिले में कोविड-19 के मरीजों की मृत्यु दर 10.33 प्रतिशत थी।
इंदौर में कोरोना वायरस का पहला मरीज मिलने के बाद से प्रशासन ने 25 मार्च से शहरी सीमा में कर्फ्यू लगा रखा है, जबकि जिले के अन्य स्थानों पर सख्त लॉकडाउन लागू है।