नई दिल्ली और इस्लामाबाद के बीच चल रहे तनाव के बीच, गुरुवार शाम (29 मई 2025) को पाकिस्तान से सटे चार भारतीय राज्यों—गुजरात, पंजाब, राजस्थान, और जम्मू-कश्मीर—में एक बड़े पैमाने पर सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी। यह ड्रिल हाल ही में चार दिन तक चले संघर्ष के दौरान इन राज्यों पर सीमा पार से हुए भारी हमलों के बाद की जा रही है। सूत्रों ने इंडिया टुडे टीवी को बताया कि लोगों को इस ड्रिल के दौरान सतर्क रहने की हिदायत दी जाएगी।

मॉक ड्रिल का उद्देश्य
इस मॉक ड्रिल के प्रमुख उद्देश्य निम्नलिखित हैं:
- कंट्रोल रूम और अलार्म सिस्टम की जांच: कंट्रोल रूम की कार्यक्षमता और हवाई हमले की चेतावनी प्रणालियों (एयर रेड सायरन) की प्रभावशीलता का परीक्षण।
- सिविल डिफेंस सेवाओं का मूल्यांकन: वार्डन सेवाएं, अग्निशमन, बचाव कार्य, डिपो प्रबंधन, और निकासी योजनाओं की तैयारी का आकलन।
- आपातकालीन प्रतिक्रिया की तैयारी: हवाई हमलों, आतंकी हमलों, या युद्ध जैसे आपातकालीन परिदृश्यों में नागरिक और प्रशासन की त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करना।
यह ड्रिल भारत की सिविल डिफेंस तैयारियों को मजबूत करने और सीमावर्ती राज्यों में सुरक्षा तंत्र को परखने का हिस्सा है।
ऑपरेशन अभ्यास और ऑपरेशन सिंदूर
यह मॉक ड्रिल गृह मंत्रालय (MHA) द्वारा 7 मई 2025 को आयोजित राष्ट्रव्यापी मॉक ड्रिल, ऑपरेशन अभ्यास, के कुछ हफ्तों बाद हो रही है। ऑपरेशन अभ्यास 33 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 250 स्थानों पर आयोजित किया गया था और यह 1971 के भारत-पाक युद्ध के बाद अपनी तरह का पहला अभ्यास था। इस ड्रिल में हवाई हमले के सायरन सक्रिय किए गए थे, और नागरिकों व छात्रों को सिविल डिफेंस प्रोटोकॉल के तहत हमले की स्थिति में खुद को और दूसरों को बचाने की ट्रेनिंग दी गई थी।
7 मई को ही भारत ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया, जिसमें भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक मिसाइल हमले किए। यह कार्रवाई 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम (जम्मू-कश्मीर) में हुए आतंकी हमले के जवाब में थी, जिसमें 26 लोग, ज्यादातर पर्यटक, मारे गए थे। ऑपरेशन सिंदूर में 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए, और भारत ने सावधानीपूर्वक केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, पाकिस्तानी सैन्य सुविधाओं से परहेज किया।
पाकिस्तान के हालिया हमले और भारत की प्रतिक्रिया
पहलगाम हमले के बाद भारत-पाकिस्तान तनाव चरम पर पहुंच गया। पाकिस्तान ने भारतीय सीमा पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए, जो जम्मू, पठानकोट, उधमपुर, श्रीनगर, बारामूला, और राजस्थान के बाड़मेर में निशाना बनाए गए। हालांकि, भारत की वायु रक्षा प्रणाली ने इन हमलों को सफलतापूर्वक नाकाम कर दिया।
इसके जवाब में भारत ने कई कदम उठाए:
- इंडस वाटर ट्रीटी निलंबित: भारत ने सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया।
- वीजा और हवाई क्षेत्र बंद: पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द किए गए, और पाकिस्तानी विमानों के लिए भारतीय हवाई क्षेत्र बंद कर दिया गया।
- अटारी सीमा बंद: अटारी-वाघा सीमा पर व्यापार और आवागमन रोक दिया गया।
पाकिस्तानी सेना ने 5-6 मई 2025 की रात को जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (LoC) पर बिना उकसावे के गोलीबारी की, जिसका भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया।
सीमावर्ती राज्यों की स्थिति
- पंजाब:
- 532 किलोमीटर की सीमा पाकिस्तान से सटती है।
- ऑपरेशन सिंदूर के बाद पंजाब ने अपने सीमावर्ती जिलों—फिरोजपुर, पठानकोट, फाजिल्का, अमृतसर, गुरदासपुर, और तरन तारन—में हाई अलर्ट जारी किया।
- सभी सार्वजनिक आयोजनों को रद्द कर दिया गया, और स्कूल बंद कर दिए गए। फिरोजपुर और फाजिल्का में 72 घंटे तक स्कूल बंद रहे, जबकि तरन तारन में 8-11 मई तक बंदी रही।
- पंजाब पुलिस ने सभी कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दीं, और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने चिकित्सा अधिकारियों को 24/7 उपलब्ध रहने का निर्देश दिया।
- 7 मई को अमृतसर में दो बार ब्लैकआउट ड्रिल की गई—शाम 10:30 बजे और फिर 1:30 बजे। 29 मई को फिर से ब्लैकआउट और सायरन ड्रिल की जाएगी।
- राजस्थान:
- 1,037 किलोमीटर की सीमा पाकिस्तान से सटती है।
- सीमावर्ती क्षेत्रों में सभी सरकारी और निजी स्कूल बंद किए गए।
- बाड़मेर और अन्य सीमावर्ती जिलों में ब्लैकआउट लागू किए गए।
- गुजरात के पाटन जिले के संतलपुर तालुका के सीमावर्ती गांवों में भी सावधानी के तौर पर ब्लैकआउट लागू किया गया।
- 29 मई को कोटा, जयपुर, बाड़मेर, जैसलमेर, और बीकानेर जैसे शहरों में ड्रिल होगी।
- गुजरात:
- 506 किलोमीटर की सीमा साझा करता है।
- गुजरात तट पर सुरक्षा बढ़ा दी गई, और पुलिस कर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी गईं।
- सूरत, वडोदरा, कच्छ, और गांधीनगर जैसे शहरों में 29 मई को ड्रिल होगी।
- हाल के ड्रोन हमलों के बाद कच्छ और पाटन में विशेष सतर्कता बरती जा रही है।
- जम्मू और कश्मीर:
- 1,222 किलोमीटर की सीमा, जो भारत-पाक सीमा में सबसे लंबी है।
- श्रीनगर में एक केंद्रीय कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है, जो 24/7 निगरानी और समन्वय कर रहा है।
- सभी प्रशासनिक सचिवों और विभाग प्रमुखों को छुट्टियां मंजूर न करने के निर्देश दिए गए हैं।
- पूंछ में स्कूलों में छात्रों को क्रॉस-बॉर्डर गोलीबारी से बचने के लिए डेस्क के नीचे छिपने और बंकरों में जाने की ट्रेनिंग दी जा रही है।
- श्रीनगर, जम्मू, अनंतनाग, और बारामूला जैसे क्षेत्रों में 29 मई को ड्रिल होगी।
29 मई मॉक ड्रिल का विवरण
- समय: गुरुवार शाम (29 मई 2025)।
- स्थान: गुजरात, पंजाब, राजस्थान, और जम्मू-कश्मीर के विभिन्न जिले।
- गतिविधियां:
- एयर रेड सायरन: हवाई हमले की चेतावनी के लिए सायरन बजाए जाएंगे।
- ब्लैकआउट: बिजली कटौती और महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों को छिपाने (कैमोफ्लाज) की प्रैक्टिस।
- निकासी ड्रिल: नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने का अभ्यास।
- बचाव और प्राथमिक चिकित्सा: सिविल डिफेंस वालंटियर्स, NDRF, और पुलिस द्वारा बचाव कार्यों का प्रदर्शन।
- कंट्रोल रूम सक्रियता: आपातकालीन संचार और समन्वय की जांच।
- प्रमुख शहर:
- गुजरात: सूरत, वडोदरा, अहमदाबाद, कच्छ, गांधीनगर, भुज।
- पंजाब: अमृतसर, फिरोजपुर, पठानकोट, जालंधर, लुधियाना, मोहाली।
- राजस्थान: जयपुर, कोटा, बाड़मेर, जैसलमेर, बीकानेर, गंगानगर।
- जम्मू-कश्मीर: श्रीनगर, जम्मू, अनंतनाग, बारामूला, कुपवाड़ा, पूंछ।
- नागरिकों के लिए निर्देश:
- सायरन सुनते ही सुरक्षित स्थान पर जाएं।
- घरों की बाहरी लाइटें बंद रखें।
- अफवाहों से बचें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।
- टॉर्च, मोमबत्ती, मेडिकल किट, और नकदी तैयार रखें।
- घरों के बाहर भीड़ न लगाएं और शांत रहें।
सामाजिक और राजनीतिक प्रतिक्रिया
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहलगाम हमले के बाद कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि हमला बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल के साथ उच्चस्तरीय बैठकें कीं।
- गृह मंत्री अमित शाह ने सीमावर्ती राज्यों के मुख्यमंत्रियों और डीजीपी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए समीक्षा की।
- जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा, “कोई युद्ध नहीं चाहता, लेकिन पाकिस्तान को अपनी बंदूकें नीचे रखनी होंगी।”
- पंजाब के मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि पंजाब के 20 जिलों में ड्रिल होगी, जिसमें सिविल डिफेंस, पुलिस, और गृह मंत्रालय की टीमें शामिल होंगी।
- X पर लोगों ने मॉक ड्रिल की सराहना की, लेकिन कुछ ने सीमावर्ती क्षेत्रों में 48 घंटे तक सतर्क रहने की सलाह दी। एक यूजर ने लिखा, “पंजाब, जम्मू, राजस्थान, और गुजरात के सीमावर्ती क्षेत्र अगले 48 घंटे संवेदनशील हैं। घर में रहें और सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करें।”
पिछले मॉक ड्रिल (7 मई 2025) का प्रभाव
7 मई को आयोजित ऑपरेशन अभ्यास में 244 जिलों में ड्रिल हुई, जिसमें 4 लाख से अधिक सिविल डिफेंस वालंटियर्स, NCC, NSS, और NYKS के सदस्य शामिल हुए।
- दिल्ली: खान मार्केट और चांदनी चौक में सायरन और निकासी ड्रिल।
- अमृतसर: दो बार ब्लैकआउट (10:30 PM और 1:30 AM)।
- श्रीनगर: डल झील में नाव पलटने की ड्रिल।
- बेंगलुरु: उल्सूर झील में आपातकालीन ड्रिल।
- ड्रिल ने कमियों को उजागर किया, जैसे कुछ जिलों में सायरन की खराबी और बंकरों की सफाई की जरूरत।