विधायक और एएसपी की हुई तकरार, मौके पर पहुंचे आईजी भी नहीं करा पाए मामला शांत

रिपोर्ट- सईद राजा

इलाहाबाद। कुछ दिनों पहले सीएम योगी के संगम नगरी आगमन के दौरान एसपी (गंगा पार) को खरी खोटी सुनाने वाले  विधायक हर्षवर्धन बाजपेयी शनिवार को आईजी रमित शर्मा से उलझ गए। राज्यपाल से मिलने जाते वक्त उनकी कार रोक दी गई जिससे विधायक का पारा सातवें आसमान पर चढ़ गया। गाड़ी रोकने के बाद  एडिशनल एसपी से नोकझोंक भी हुई बाद में बीच बचाव करने पहुंचे आईजी रमित शर्मा के साथ भी उनकी झड़प जारी रही।

झड़प

तकरार की वजह विधायक कोे सम्मान ना मिलने की बात सामने आ रही है। दोनों पक्ष इस पूरी घटनाक्रम पर चुप्पी साधे रहे। कार्यक्रम के सिलसिले में राज्यपाल राम नाईक शहर में थे और कुछ देर के लिए अत्तरसिया क्षेत्र में स्थित 250 साल पुरानी कोठी को देखने  चौधरी जीता सिंह के घर पर पहुंचे। इस मौके पर कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह, नंद गोपाल नंदी, मेयर अभिलाषा समेत तमाम प्रशासनिक अफसर भी उनसे मिलने पहुंचे थे।

पहले ही बैरियर लगाकर पुलिस ने वाहनों का आवागमन रोक दिया था इसी दौरान शहर उत्तरी विधायक हर्षवर्धन बाजपेयी भी पहुंचे तो बैरियर पर ही उनकी कार को रोक दिया गया प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो विधायक को नागवार गुजरा और एडिशनल एसपी सुकृति माधव से नाराजगी जताने लगे। देखते ही देखते बात बढ़ गई और नोकझोंक शुरू हो गई जिस वक्त यह हुआ उस वक़्त पीछे आईजी रमित शर्मा भी दूसरी गाड़ी से आ रहे थे।

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मामला बढ़ता देख आईजी बचाव की कोशिश की उन्होंने एसपी को आदेशित करते हुए विधायक से भी शांत रहने को कहा। इस पर विधायक आईजी से बोले कि SP को समझाइए यहां भी कुछ देर के लिए तकरार की स्थिति बन गई। दोनों पक्षों की बातचीत में कड़ा रुख दिखाई दिया। विधायक और आईजी रमित शर्मा से जब इस मुद्दे पर बात करने की कोशिश की गई तो उनसे संपर्क ही नहीं हो सका।

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