#MeToo मामले में कोर्ट में पेश हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर…

पूर्व केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर पत्रकार प्रिया रमानी के खिलाफ दायर मानहानि मामले में अतिरिक्त प्रमुख मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट समर विशाल के समक्ष क्रॉस एग्जामिनेशन के लिए पेश हुए। उन्होंने कोर्ट में कहा कि यह सुझाव देना गलत है कि प्रिया रमानी के आर्टिकल और ट्वीट कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न के मुद्दे के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए थे।

 

#MeToo मामले में कोर्ट में पेश हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर...

 

बतादें की राज्य में अफसरों के अच्छे दिन, बुरे दिनों में तब्दील होने वाले हैं.  जहां यह किसी फिल्म की स्क्रिप्ट नहीं बल्कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कामचोर अफसरों की खबर लेने की ठानी है. कमलनाथ में सरकार के मुख्य सचिव को साफ निर्देश दिए हैं कि काम ना कर पाने वाले अफसरों की सूची तैयार की जाए. वहीं सीएम कमलनाथ में निर्देश दिए हैं कि काम कर पाने में अक्षम सरकारी अफसरों की 30 दिनों के भीतर समीक्षा की जाए.

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 मुख्यमंत्री कमलनाथ का कहना है कि ऐसे अफसरों की पहचान होने बाद जिन अफसरों ने 20 साल की सेवा ली हो या जिन्होंने 50 साल की उम्र पूरी कर ली है, उन पर नियमों के तहत कार्रवाई की जाएगी. जहां मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को निर्देश दिए हैं और कहा है कि सरकार के हर विभाग में ऐसे कामचोर अधिकारियों की समीक्षा की जाए. यही नहीं मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सख्त निर्देश दिए हैं कि नाकारा अफसरों की सेवा भी समाप्त की जाए.

लेकिन जिससे यह संदेश जाए कि सरकारी कामकाज में भी अब ढील बरतना अफसरों को महंगा पड़ सकता है. फिलहाल यह लिस्ट आने में कुछ दिनों का वक्त लगेगा. पर इससे अफसरों की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रहीं है.

दरअसल इसी तरह उत्तर प्रदेश के सीएम ने योगी आदित्यनाथ ने भ्रष्ट और कामचोर अधिकारियों को जबरन रिटायर कराने की मुहिम शुरू की है. पिछले 2 वर्षों में योगी सरकार विभिन्न विभागों के 200 से ज्यादा अफसरों और कर्मचारियों को जबरन रिटायर कर चुकी है. इन दो वर्षों में योगी सरकार ने 400 से ज्यादा अफसरों, कर्मचारियों को निलंबन और डिमोशन जैसे दंड भी दिए ह

 

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